देहरादून। उत्तराखण्ड के गाँधी इंद्रमणि बडोनी की 100वीं जयन्ती पर पिटकुल मुख्यालय में प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक श्री ध्यानी द्वारा सर्वप्रथम इन्द्रमणी बडोनी जी के चित्र का अनावरण करते हुए माल्यार्पण किया गया तथा पुष्पांजलि अर्पित करते हुये श्री बडोनी एवं उत्तराखण्ड आन्दोलन के शहीदों को नमन किया गया। मुख्यालय भवन में कार्यरत समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा भी स्व. इंद्रमणि बडोनी को पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस शुभावसर पर प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी द्वारा श्री बडोनी के जीवन के पहलुओं का अनुस्मरण करते हुए अवगत कराया गया कि बडोनी जी का व्यक्तित्व एवं चरित्र आदर्श था। सभी कार्मिकों को उनसे प्रेरणा लेते हुये उनके चरित्र को आत्मसात करना चाहिए।
उनके द्वारा अवगत कराया गया कि श्री बडोनी उन महापुरूषों में शामिल थे जिनके द्वारा सर्वप्रथम उत्तराखण्ड की परिकल्पना की थी तथा वह चाहते थे कि पहाड़ में निवासरत प्रत्येक व्यक्ति एवं परिवार का समग्र विकास हो। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि श्री बडोनी से प्रभावित होकर ’बीबीसी वाशिंगटन पोस्ट ने श्री बडोनी को ‘‘माउन्टेन गाँधी’’ की उपाधि प्रदान की गयी।’ इसके साथ ही प्रबन्ध निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा श्री बडोनी के उत्तराखण्ड की परिकल्पना को साकार करते हुये मूल मंत्र ’‘‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’’’ के अन्तर्गत पहाड़-पहाड़ एवं गाँव-गाँव का भ्रमण कर पहाड़ की जनता से सम्पर्क कर उत्तराखण्ड में विकास की गंगा बहा रहे हैं।
इसके साथ ही प्रबन्ध निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व एवं मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष, पिटकुल तथा प्रमुख सचिव (ऊर्जा) के मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशों में पिटकुल के सभी कार्मिकों द्वारा टीम भावना एवं पूर्ण मनोयोग से किये जा रहे कार्यों के कारण पिटकुल को हुये लाभ के कारण जहाँ एक ओर कार्मिकों एवं पिटकुल में कार्यरत संविदाकर्मियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया। वहीं पिटकुल द्वारा इस वर्ष रिकार्ड साढे बारह करोड़ रूपये का लाभांश उत्तराखण्ड शासन को प्रदान किया गया है। इसके साथ ही उनके द्वारा अवगत कराया गया कि ’अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ‘‘पॉवर लाइन मैगजीन’’’ द्वारा उत्तर क्षेत्र में अन्य कम्पनियों के मुकाबले पिटकुल द्वारा पारेषण क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के दृष्टिगत वित्तीय वर्ष 2024-25 में न्यूनतम लाइन लॉस रखने एवं पारेषण में तकनीकी नवाचारों के समावेश के लिए पिटकुल को ’‘‘पॉवर लाइन ट्राँस टैक इन्डिया एवार्ड-2025’’’ प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर मंच का संचालन अशोक कुमार जुयाल, महाप्रबन्धक (मा0सं0) द्वारा किया गया तथा इस अवसर पर विवेकानन्द, उपमहाप्रबन्धक (मा0सं0) द्वारा श्री बडोनी पर लिखी गयी कविता का पाठ किया तथा गढवाली गीत (धरती हमरा गढवाल की कतका रोतैली स्वाणी चा) का गायन किया गया। इसके साथ ही सूर्य प्रकाश आर्य, अधीक्षण अभियन्ता द्वारा भी लोक गीत (उत्तराखण्ड मेरी मातृभूमि, मेरी पितृ भूमि) का गायन किया गया। इस अवसर पर पिटकुल के निदेशक परिचालन जी0एस0 बुदियाल, मुख्य अभिन्ता अनुपम सिंह, कम्पनी सचिव, अरूण सभरवाल एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
’लिपीकीय संवर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नतिः
इसके साथ ही नव वर्ष से पूर्व पिटकुल के प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी द्वारा लिपीकीय संवर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नति प्रदान कर एक बड़ा तोहफा प्रदान किया गया है। प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी के अनुमोदनोपरान्त पदोन्नति हेतु गठित समिति द्वारा की गयी संस्तुति के अनुक्रम में पिटकुल में लिपिकीय संवर्ग के 02 कार्यालय अधीक्षक-प्रथम को कार्यालय अधीक्षक-(विशेष श्रेणी) के पद पर पदोन्नति प्रदान की गयी तथा 01 कार्यालय सहायक-प्रथम एवं 01 कार्यालय अधीक्षक-द्वितीय को कार्यालय अधीक्षक-प्रथम के पद पर पदोन्नति प्रदान की गयी है। इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक द्वारा समस्त लाभकारी कर्मचारियों को शुभकामनाएं प्रेषित की गयी साथ ही उनके द्वारा मानव संसाधन एवं प्रशासनिक विभाग के कार्मिकों की प्रंशसा की गयी तथा भविष्य में भी कार्मिकों को अनुमन्य सेवालाभ उन्हें नियमानुसार समय से प्रदान करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये। उक्त आदेशों के जारी होने के उपरान्त लिपिकीय संवर्ग के कर्मचारियों में खुशियों की लहर है। लाभान्वित कार्मिकों द्वारा प्रबन्ध निदेशक महोदय को धन्यवाद ज्ञापित कर आभार व्यक्त किया गया। समिति की बैठक में पंकज कुमार, मुख्य अभियन्ता, ललित कुमार, अधीक्षण अभियन्ता, नीरज पाठक, अधीक्षण अभियन्ता एवं विवेकानन्द उपमहाप्रबन्धक (मा0सं0) सम्मिलित हुये। इस अवसर पर मानव संसाधन एवं प्रशासनिक विभाग से दीपा रानी रावत राणा, कार्यालय अधीक्षक-प्रथम उपस्थित रही।
—————————————
![]()
