वर्चुअल वार्षिक दीक्षांत समारोह की मेजबानी करेगा आईआईटी रुड़की

-इस वर्ष 26 विभागों के 1889 छात्रों को प्रदान की जाएगी डिग्री

रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की 29 नवंबर 2020 को डिजिटल मोड के माध्यम से वार्षिक दीक्षांत समारोह के 20वें संस्करण की मेजबानी करेगा। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अशोक सूता शिरकत करेंगे। ईवेंट की रिकॉर्डिंग पूरी हो गई है और इस वर्ष के वर्चुअल वार्षिक दीक्षांत समारोह का वीडियो रविवार 29 नवंबर, 2020 को शाम 4 बजे यूट्यूब पर जारी किया जाएगा। छात्रों को दी जाने वाली डिग्री वर्चुअल इमेज के जरिए दिखाई जाएगी।
हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अशोक सूता दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे। अशोक सूता का नाम ग्लोबल आईटी सर्विसेज इंडस्ट्री के दिग्गजों में शुमार है। वह दो आईटी कंपनियों माइंडट्री और हैपिएस्ट माइंड्स के संस्थापक हैं। माइंडट्री की स्थापना वर्ष 1999 में हुई जबकि हैपिएस्ट माइंड्स की स्थापना हाल ही में वर्ष 2011 में हुई थी। अभी पिछले महीने ही हैपिएस्ट माइंड्स का आईपीओ दशक का सबसे सफल आईपीओ बन गया है। श्री सूता आईटी कंपनी विप्रो इन्फोटेक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। श्री सूता आईआईटी रुड़की के विशिष्ट एलुमनस अवार्ड से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। हर साल जारी होने वाली 1000 करोड़ रुपए से अधिक नेटवर्थ वाले भारतीय की हुरुन इंडिया रिच सूची में इस साल श्री अशोक सूता ने अपनी जगह बनाई है। 78 वर्ष की आयु में इस सूची में पहली बार शामिल हुए श्री सूता की कुल संपत्ति 3700 करोड़ रुपए है। अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट-ग्रेजुएट और पीएचडी पाठ्यक्रमों में 26 विभागों के कुल 1889 छात्रों को इस साल डिग्री प्रदान की जाएगी। इनमें से 939 अंडर-ग्रेजुएट छात्र हैं, 677 पोस्ट-ग्रेजुएट हैं और 273 डॉक्टरेट छात्र हैं। इस वर्ष स्नातक के साथ-साथ स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के मेधावी छात्रों को कुल 71 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार समारोह निदेशक की रिपोर्ट और उनके स्वागत संबोधन की प्रस्तुति के बाद शुरू होगा। आईआईटी रुड़की के एकेडमिक अफेयर्स के डीन प्रो. एनपी. पाढ़ी ने कहा, ष्20वें एनुअल कन्वोकेशन की मेजबानी को लेकर हम उत्साहित हैं। समारोह शैक्षणिक वर्ष 2019-20 की उपलब्धियों और माइलस्टोन की याद दिलाएगा। हम छात्रों के निवर्तमान बैच को बधाई देते हैं और आशा करते हैं कि वे आगे भी संस्थान को गौरवान्वित करते रहेंगे।”