हमसफर ने उत्तराखंड में देवों के द्वार हरिद्वार में शुरू की घर तक डीजल पहुंचाने की सेवा

-उद्योग और किसान समेत ईंधन उपयोगकर्ता अचल उपकरणों के लिए अब बिना झंझट पा सकते हैं डीजल
रूड़की। ऐप के जरिये दरवाजे तक डीजल पहुंचाने वाली हमसफर उत्तराखंड राज्य में देवताओं के द्वार कहलाने वाले हरिद्वार में अपनी सेवाएं आरंभ कर दीं। हमसफर की दरवाजे तक डीजल आपूर्ति की सेवा हरिद्वार में 14 माइलस्टोन, रुड़की-हरिद्वार रोड पर स्थित गोयल फिलिंग स्टेशन में आरंभ की गई। दरवाजे तक डीजल पहुंचाने की यह सेवा शुरुआत में रुड़की और हरिद्वार तथा आसपास के इलाकों में शुरू की गई है। अब उद्योगों, किसानों, हाउसिंग सोसायटी, होटल, अस्पताल, आईटी पार्क और उन उद्योगों को दरवाजे पर डीजल उपलब्ध होगा, जिन्हें अचल, तिरछे खड़े उपकरणों के लिए डीजल की जरूरत होती है। साथ ही शैक्षिक संस्थानों, आश्रमों और जमीन खोदने वाले भारी उपकरणों के लिए भी यह सेवा उपलब्ध होगी।  हरिद्वार के आसपास भगवानपुर, रुड़की, शिवालिक नगर, मंगलौर, पीरां कलियर, लंढोरा, झबेरा, लक्सर और ज्वालापुर में यह सेवा मिलेगी। हमसफर पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी आर्गनाइजेशन (पेसो) के मानकों का पालन करने वाले अपने ब्राउजरों (आपूर्ति वाहनों) के बेड़े और उपयोगकर्ताओं को तय स्थान पर डीजल आपूर्ति का आर्डर देने में मदद करने वाली आसान एप के जरिये सुविधाजनक तथा सुरक्षित तरीके से डीजल आपूर्ति का वायदा करती है। हमसफर की निदेशक एवं संस्थापक सान्या गोयल ने कहा, “प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने और कुंभ मेला के लिए विख्यात होने के साथ ही हरिद्वार विभिन्न उद्योगों के लिए भी मशहूर है और अपनी कृषि आधारित तथा बड़ी, मझोली एवं छोटी औद्योगिक इकाइयों, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, आश्रमों, आईआईटी, गुरुकुल, लाइट एवं बल्ब उद्योगों, रसायन उद्योगों, होटलों, सरकारी दफ्तरों एवं शैक्षिक संस्थानों के कारण लोकप्रिय है। हरिद्वार और रुड़की में आईआईटी रुड़की के साथ पतंजलि, बीएचईएल, सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र, एक्साइड इंडस्ट्रीज, वीएलसीसी, हिंदुस्तान ग्लास, हेमा इंजीनियरिंग, एवरीडे, कमल लैंप्स, इंडिका फूड्स, मुंजाल ऑटो और ल्यूमेक्स जैसे प्रमुख उद्योग हैं।” उन्होंने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य उद्योगों, अस्पतालों, किसानों और हाउसिंग सोसाइटी को डीजल की लगातार आपूर्ति करते रहना है ताकि कोरोनावायरस के इस मुश्किल वक्त में उनका काम चलता रहे। इससे वे पेट्रोल पंप से भारी मात्रा में डीजल ढोकर अपनी जरूरत की जगह पर पहुंचाने के झंझट से बच जाएंगे। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि डीजल का परिवहन अब विशेषज्ञों के हाथों कानूनी और सुरक्षित तरीके से होगा।” गोयल ने कहा, “उत्तराखंड में हमसफर हरिद्वार के अलावा उधम सिंह नगर में अपनी सेवाएं पहले ही शुरू कर चुकी है और देहरादून, ऋषिकेश, नैनीताल, चमोली, टिहरी,उत्तरकाशी, पौड़ी तथा रुद्रप्रयाग समेत राज्य के अन्य इलाकों में भी दरवाजे पर डीजल पहुंचाने की अपनी सेवा जल्द शुरू करने की इसकी योजना है।” हमसफर का सॉल्यूशन यूजर्स को अपने एप पर ऑर्डर देने और मनचाही मात्रा तथा जगह चुनने की सुविधा देता है। उसके बाद पेसो से मंजूरी प्राप्त 4000 और 6000 लीटर क्षमता वाले आपूर्ति वाहन पंप से ईंधन भरते हैं और आठ घंटे के भीतर बताई गई जगह पहुंच जाते हैं। सान्या ने कहा, “हमसफर के पास विभिन्न क्षमताओं वाले करीब 25 मोबाइल डिस्पेंसिंग ब्राउजर हैं और ब्राउजर चालक आदि के अलावा 35 लोगों की अनुभवी टीम है। हम अपनी सेवाएं लखनऊ, कानपुर, आगरा, वाराणसी, मेरठ, सराहनपुर समेत उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी देने की योजना बना रहे हैं।” हमसफर इस समय पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र, केरल, गुजरात राज्यों और नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद एवं गाजियाबाद समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दरवाजे पर डीजल आपूर्ति की अपनी सेवाएं मुहैया करा रही है।