देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के प्रथम अध्यक्ष, महान वैज्ञानिक स्वव डॉ देवी दत्त पंत (डीडी पंत) की 105वीं जयंती पर पार्टी कार्यालय 10 कचहरी रोड देहरादून में विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए उनको याद किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने उनके जीवन एवं उन पुराने संस्मरणों को याद करते हुए कहा कि वह एक साधारण परिवार के रहे हैं।
फिजिक्स से स्नातक बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से किया, ख्याति प्राप्त फिजिक्स के विभागध्यक्ष प्रोफेसर आंसुकी के दिशा निर्देश में पी एच डी करी उनकी खोज आज पंत रेज के नाम से विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती हैं। डॉ देवी दत्त पंत जी ने कुमाऊ यूनिवर्सिटी कि स्थापना की व प्रथम वाइस चांसलर बने। थिंक ग्लोबली एक्ट लोकली सिद्धांत होने के कारण हिमालय की गोद से निकला पहला क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल की स्थापना की व उनके प्रथम अध्यक्ष बने। डॉ पंत के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर मनोरथ प्रसाद ध्यानी, विजय बौडाई, रमा चैहान, अशोक नेगी, दीपक रावत, सीपी जोशी, महिपाल सिंह पुंडीर, प्रकाश भट्ट, डीएस रावत, पूजा गुलाटी, वीरेंद्र आदि उपस्थित रहे।
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