देहरादून। गोएयर, भारत में सबसे तेजी से बढ़ती एयरलाइन्स है। इसे इंटरनेशनल ब्रांड कंसलटिंग कॉर्पोरेशन यूएसए द्वारा 2019 में भारत का सबसे विश्वसनीय ब्रांड बताया जा चुका है। गोएयर अब गो फर्स्ट बन चुका है। दरअसल, युवा भारत ने सफर करने के तरीके बदले हैं। अब वे तेजी के साथ-साथ सुविधा और सिद्धांतों की तलाश में होते हैं। गो फर्स्ट अपनी उन्नति के अगले पड़ाव के लिए इस सामाजिक-आर्थिक मोमेंटम का हिस्सा बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
ब्रांड के इस पुर्ननिर्माण का फोकस सबसे कम किराए वाली एयरलाइन स्थापित करने के मॉडल पर आधारित है। भारतीय एलसीसी कैरियर्स में ज्यादातर ए320 शामिल हैं, जिनमें बैठने की गहरी व्यवस्था है। देशभर में ऐसे सिंगल एयरक्राफ्ट उड़ान भर रहे हैं। गो फर्स्ट की कोशिश इसके समान समूहों से कम किराए के जरिए आगे निकलने की है। यह प्रतिस्पर्धी फायदे के समान हैं, जो उपभोक्ताओं को अति प्रतिस्पर्धी किराया और सुरक्षित उड़ान अनुभव करने का अवसर देता है। इस बदलाव को दुनिया के सामने लाने के लिए गो फर्स्ट ने अपनी पहचान को फिर से तैयार किया है। इसका ग्राफिक्स कंटेम्प्ररी है, जो दिखने में बोल्ड और चमकीला नीला है। इस बदलाव के साथ गो फर्स्ट अति कम किराए के कैरियर के साथ उन्नति के अगले पड़ाव पर जाने के लिए तैयार है। एयरलाइन अपने सभी ऑपरेशन इस नए ब्रांड के अंतर्गत संचालित करने की दिशा में आगे बढ़ चुकी है। कंपनी के वाइस चेयरमैन बेन बाल्डेंजा ने कहा, श्श्मैं गोएयर को गो फर्स्ट के रूप में पुर्ननिर्मित करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। भारत में एयरलाइन मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। भारत में उपभोक्ता मूल्यों को लेकर बेहद सजग हैं। साथ ही जब उड़ान के अनुभव की बात आती है तो उनकी उम्मीदें बेहद ज्यादा होती हैं। ऐसे में आकर्षक किराया, सैनिटाइज की गई फ्लाइट, साफ-सुथरी उड़ान का अनुभव और समय का प्रदर्शन, जैसी बातों को ध्यान में रखते हुए गो फर्स्ट को तैयार किया गया है ताकि वे डिलीवर कर सकें। हमारे ब्रांड और सर्विस की यही खासियत भी है। गो फर्स्ट के लिए हमारे उपभोक्ता सबसे पहले आते हैं।