देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में 11 दिसंबर को सैन्य अफसर बनने जा रहे जेंटलमैन कैडेट को उनकी काबिलियत का ईनाम बुधवार को मिला। अवार्ड सेरेमनी छेत्रपाल ऑडिटोरियम में हुई। इसमें कैडेट्स को विभिन्न मेडल, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र दिए गए।
अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने भावी अफसरों को देश की आन, बान और शान की रक्षा का मूलमंत्र दिया। कमांडेंट ने कहा कि देश प्रत्येक युवा अधिकारी से तत्परता, दृढ़ता और वफादारी की उम्मीद रखता है। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी के लिए यह जरूरी है कि वह निष्पक्षता और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धात्मक प्रवृत्ति बनाए रखे। कमांडेंट ने कहा कि एक टीम के रूप में जीतने और उत्कृष्टता हासिल करने की प्रबल इच्छा हमेशा व्यक्ति में होनी चाहिए। युद्ध हमेशा एक सामूहिक प्रयास और टीम भावना से होती है और युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता। अवार्ड सेरेमनी में विदेशी कैडेटों को व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। भारतीय कैडेटों की तर्ज पर ही उन्हें भी प्रशिक्षण में अपनी काबिलियत का ईनाम मिला।
905 total views, 1 views today