-CM धामी ने किया ‘‘बीज बम अभियान’’ तथा ‘‘गढ़ भोज’’ अभियान पुस्तकों का लोकार्पण
-बीज बम से पर्यावरण को संरक्षित करने की अनूठी पहल
-दोनों विषयों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार देर सांय मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण और पहाड़ी उत्पाद को आगे बढ़ाने वाली अनूठी मुहिम पर लिखी गई पुस्तकों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वास्तव में दोनों विषय उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। इसके लिए इन विषयों को सरकार जल्द स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास करेगी।
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, पर्वतीय शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. अरविन्द दरमोड़ा ने बीज बम अभियान तथा बचपन से ही पर्यावरण संरक्षण और पहाड़ी उत्पादों को लेकर काम कर रहे युवा समाजसेवी द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने गढ़भोज अभियान पुस्तकें लिखी हैं। इन दोनों पुस्तकों का लोकार्पण मुख्यमंत्री धामी के हाथों किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने तथा वृक्षा रोपण को बढ़ावा देने के लिये संचालित बीज बम अभियान पारम्परिक बीजों तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी प्रभावी पहल है।
इसी प्रकार राज्य के पारम्परिक खाद्य पदार्थों की देश व दुनिया में पहचान दिलाने के लिये गढभोज अभियान भी राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देने का सराहनीय प्रयास है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दोनों विषय वास्तव में समय की मांग बन गये हैं। बीज बम वास्तव में पौधारोपण का भी एक तरीका बन गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिये सभी सम्बन्धित विभागों को समन्वय से कार्य करना होगा व इस सामग्री को शिक्षण संस्थाए भी अधययन का हिस्सा बनाये। इससे आबादी क्षेत्र के साथ ही वनों में भी फलदार पेड़ों की बहुतायत से मानव वन्य जीव संघर्ष को भी कम करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पारम्परिक उत्पादों में पौष्टिकता की अधिकता भी है। इससे हमारे इन उत्पादों को बेहतर बाजार भी उपलब्ध होगा। तथा रोजगार के साधन भी सृजित होंगे।
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’, ने कहा की द्वारिका प्रसाद सेमवाल पिछ्ले दो दशकों से चुप चाप तरीके से समाज सेवा मे लगे हुये है जिसका लाभ समाज व प्रकृति को मिल रहा है। बीज बम अभियान पर किताब लिखने वाले डा0 अरविन्द दरमोडा ने कहा की पुस्तक में लेखकों ने काल्पनिक तौर पर सामग्री एकत्रित नही की। यह अभियान के विस्तार व सफलता का परिणाम है। गढ़ भोज अभियान व बीज बम अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा की इन दोनो किताबों मे हमारे द्वारा किये जा रहे प्रयासो का दस्तावेज है।
पूर्व गृह सचिव आई.ए.एस. डा0 कमल टावरी ने कहा की द्वारिका सेमवाल जैसे जमीनी कार्यकर्ता को सरकार को सम्मान करना चाहिये। इस अवसर पर अभियानों से जुड़े कुछ साथी मौजूद रहे जिनमे सुरेश शतपती राज्य समन्वयक कासा, पूर्व कैबिनेट मंत्री डा0 मोहन सिंह रावत गावँवासी भाजपा नेता किशोर भट्ट, कमलेश गुरूरानी रिलांयस फाऊंडेसन, माधवेन्द्र सिंह रावत, प्रेम पंचोली, डा0 अरविन्द दरमोडा, संजय पंवार, जे0पी0 मैठाणी, संदीप उनियाल, समाज सेवी व उधोगपति हरिदत शर्मा, विकास पन्त, अभिषेक थपलियाल, रक्षित शर्मा, कैलाश नेगी, डॉ मोहन पंवार,नरेश नौटियाल, पूर्व सचिव उमेश चन्द्र, अभिषेक भट्ट, अरुण राणा , मेजर सुम्मी सबरवाल, भवान सिंह , विनीता जोशी, रामचंद्र चमोली, प्रेम कश्यप , डॉ यतीश वशिष्ठ आदि उपस्थित रहे।