देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तराखण्ड कांग्रेस के शीर्ष नेता हरीश रावत किसानों को गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मौन उपवास पर बैठे। उनके उपवास कार्यक्रम कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ किसान भी मौजूद रहे।
धरने में आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जब इंवेस्टर्स समिट के लिए अडानी, अंबानी, जैसे बड़े-बड़े अरबपति प्रदेश की राजधानी देहरादून आ रहे हैं तो ऐसे अवसर पर कांग्रेस किसानों की आवाज को सत्ता तक पहुंचाना चाहेगी। उत्तराखंड का किसान पस्त हाल है।
गन्ने का मूल्य घोषित नहीं हुआ, जो मुआवजा मिला वह बहुत कम था। उन्होंने कहा कि इकबालपुर चीनी मिल के बकाये का भुगतान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में किसानों में सरकार के बर्ताव को लेकर निराशा का माहोल है। प्रदेश सरकार किसानों के हितों से संबधित निर्णय लेने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। हरीश ने कहा कि एक तरफ बड़े-बड़े अरबपति-खरब पतियों की चमक होगी, तो दूसरी तरफ देहरादून की वादियों में किसानों की व्यथा भी गूंजेगी।
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