नये साल के कार्यक्रमों पर प्रतिबन्ध लगाए जाने के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने रखा उपवास

-कहा, प्रतिबंध लगाकर पर्यटन व्यवसाय पर चोट की जा रही

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एंव कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने आज अपने निवास पर उत्तराखण्ड के पर्यटन को लेकर राज्य सरकार के विरुद्ध संकेतिक उपवास पर 11 बजे से 12 बजे तक मसूरी रोड अवास पर बैठे। उपवास के समापन्न पर उत्तराखण्ड़ के कौसोनी, नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार सहित विभिन्न क्षेत्र से होटल व रेस्टोरेन्ट व्यवसाय से जुड़े उत्तराखण्ड़ होटल एण्ड रेस्टोरेन्ट एसोशिएशन के व्यवसायियों ने उनसे भेंट कर कोविड से उत्पन्न पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी अपनी कठिनाईयों से अवगत कराया।
इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह कैसी बुद्धि है यह कैसा निर्णय है कि राज्य कि आर्थिक गतिविधियों का मुख्य आधार पर्यटन पर ही सरकार हमला कर रही है भाजपा की रैलियों को तो नहीं रोका जा रहा है परन्तु राज्य के पर्यटन से जुड़े होटल, रेस्टोरेन्ट, कुम्भ, क्रिसमस, विन्टर कार्निवल व नये साल के कार्यक्रमों पर प्रतिबन्ध लगाकर पर्यटन व्यवसाय पर चोट की जा रही है जब ये कार्यक्रम हमारे यहां होने ही नही है तो पर्यटक क्यों आयेगा। उन्होने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत से सवाल किया कि हमने राज्य के व्यवसायी व राज्य की अर्थ व्यवस्था इतने प्रतिबन्धो के साथ कैसे पटरी पर आयेगी, महत्वपूर्ण दिवसों पर पर्यटक राज्य का रुख करता है जिससे लाखों लोगो की रोजी रोटी चलती है और कहा कि कोविड से पहले ही पर्यटन हमारा चैपट हो चुका और विभिन्न व्यवसाय से जुड़े लोगो के ऊपर बिजली, पानी और कर्मचारियों को बनाये रखने का भी भार पड़ा हुआ है जिस पर सरकार ने कोई सहायता नही की है। उन्होने कहा कि आज मैं उपवास पर सान्ताक्लोज के आवाहन् पर उपवास पर बैठा हूॅ कि वे राज्य सरकार को सुबुद्धि प्रदान करें। उनसे भेट करने वाले होटल एंव रेस्टोरेन्ट के अध्यक्ष संदीप साहनी, शौलेन्द्र कर्णवाल, एस सी गिलोतरा, अमित वैश्य, मन्नू कोचर, ईलियास अहमद, रामकुमार गोयल, रविश भटिजा, इन्द्रजीत सिंह, आलोक राठोर, सिद्धार्थ भटट्, सुमित सिंह, नीरज गुप्ता, नीरज गोयल, प्रण्व गिलोतरा, संजय अग्रवाल आदि नैनीताल, कौसोनी, मूसरी, हरिद्वार आदि से सम्मलित हुए।