-चिकित्सालय में क्यूआर कोड सुविधा होने से ओपीडी पर्चा बनाने मे लंबी कतारों से मिलेगी मुक्ति
-बेस अस्पताल में शुरु हुआ क्यूआर कोड स्कैन रजिस्ट्रेशन शुरु
श्रीनगर गढ़वाल। यदि आपकी आभा आईडी है तो ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए आपको श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। अपनी आभा आईडी के जरिए दो मिनट में ओपीडी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। यह सुविधा आप अस्पताल पहुंचते ही ओपीडी काउंटर या अस्पताल परिसर में लगे चिकित्सालय क्यूआर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते है। इससे ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए अस्पताल के काउंटरों पर लम्बी लाइन (कतार) पर लगने से मुक्ति मिलेगी। साथ ही जल्दी टोकन मिलने से ओपीडी पर्चा बनने से डॉक्टर को समय पर दिखाने में मदद मिलेगी।
बेस चिकित्सालय में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा एप के माध्यम से पर्चा बनना शुरू हो गया है। जिसके तहत कई मरीजों द्वारा अभी तक क्यूआर कोड को स्कैन करके पर्चा बनाने शुरु कर दिये है। बता दें कि बेस अस्पताल में रोजाना करीब 600 से लेकर 1200 तक मरीज विशेषज्ञ चिकित्सक के पास अपना ईलाज कराने हेतु आते है और ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग- अलग काउंटर हैं। सुबह से लेकर दोपहर तक पर्चे बनाए जाते हैं, लेकिन लोगों को क्यूआर कोड स्कैन की जागरूकता के अभाव में पर्चा बनवाने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। यदि मरीज व तीमारदार आभा ऐप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करें तो पर्चा बनवाने में उनका समय भी बचेगा और लाइन में ज्यादा देर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए बेस अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में क्यूआर कोड भी चस्पा करा दिये है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन एवं शेयर की ओपीडी रजिस्ट्रेशन कक्ष की जिम्मेदारी बेस अस्पताल के नियत कर्मी आईटी सुपरवाइजर दीप सागर झिंक्वाण को दी गई है। जो ओपीडी काउंटर के पास स्थापित काउंटर से चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के आभा एप के जरिए स्कैन कर किये गये रजिस्ट्रेशन के टोकन के अनुसार पर्चे देगे। साथ ही क्यूआर कोड की सुविधा की जानकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को देगे। वहीं क्यूआर कोड से स्कैन कर ओपीडी पर्चे को आधे घंटे के अंदर क्यूआर कोड स्कैन रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेना होगा। प्राचार्य डॉ सीएमएस रावत ने बताया कि आज के दौर मे हर किसी के लिए समय बहुमूल्य है । इसलिए समय से कार्य हो जाना बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान मे रखते हुए शासन के निर्देश पर यह व्यवस्था श्रीनगर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शुरू की है। कृपया अधिक से अधिक इस सुविधा का लाभ उठाए।
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