लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कई विभागों में बड़ी संख्या में तबादले किए हैं। वर्तमान सत्र में राज्य सरकार के कार्मिकों के स्थानांतरण के लिए अंतिम दिन होने के कारण गुरुवार को विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में स्थानांतरण हुए। कोरोना आपदा के कारण पिछले सत्र में तबादलों पर रोक लग गई थी। तबादलों के लिए दो साल के अंतराल पर मौका आया है। लिहाजा इस सत्र में स्थानांतरण के लिए सरकार की ओर से निर्धारित समयसीमा समाप्त होने से पहले विभागों में बंपर तबादले हुए।
नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों के 12 जुलाई को हुए शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए मंत्रियों के राजधानी लौटने के बाद तबादलों की फाइलें तेजी से चलीं। वित्त विभाग में भी जमकर तबादले हुए। आखिरी दिन वित्त एवं लेखा सेवा समूह श्कश् के 42 अधिकारियों के तबादले हुए तो 13 अन्य को अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा सेवा के तीन उप निदेशकों और दो जिला लेखा परीक्षा अधिकारियों का भी स्थानांतरण हुआ।
लोक निर्माण विभाग में स्तर-1 व 2 के 34 मुख्य अभियंताओं और 61 अधीक्षण अभियंताओं के तबादले हुए। स्वास्थ्य विभाग में 51 चिकित्सा अधिकारियों के तबादले हुए जिनमें सात सीएमओ हैं। इनके अलावा लगभग 250 स्वास्थ्य कर्मी भी इधर से उधर किये गए। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग में खान अधिकारियों और संयुक्त निदेशकों के स्थानांतरण हुए। नगर विकास, माध्यमिक व उच्च शिक्षा, सिंचाई, परिवहन, कृषि, ग्राम्य विकास, आवास आदि विभागों में भी अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले हुए।