देहरादून। जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में जिला योजना, राज्य योजना, केन्द्र पोषित, वाह्य सहायतित योजनाओं में विभागों द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा की गई। जिला योजना में प्रथम, द्वितीय एवं किस्त में अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 78.45 प्रतिशत, राज्य सेक्टर में 77.84 प्रतिशत, केन्द्र पोषित योजनाओं में 87.40 प्रतिशत तथा वाह्य सहायतित योजनाओं में 56.39 प्रतिशत धनराशि का व्यय किया गया तथा सभी मदों में अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 80.21 प्रतिशत धनराशि का व्यय किया गया।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि प्राप्त धनराशि को शत-प्रतिशत व्यय करते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिला योजना में 80 प्रतिशत् से कम प्रगति वाले विभागों की अलग से बैठक बुलाते हुए प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य सेक्टर में 75 प्रतिशत् से कम प्रगति पर समाज कल्याण, उद्यान, पंचायतीराज, वन विभाग, पेयजल संस्थान आदि विभागों के अधिकारियों को शत्-प्रतिशत प्रगति बढाने के निर्देश दिए। बीस सूत्रीय कार्यक्रम में डी श्रेणी में आने वाले विभागों पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र पोषित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए 80 प्रतिशत से कम प्रगति वाले विभागों लोनिवि विभाग, कृषि, पंचायतीराज विभाग को शत-प्रतिशत प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला योजना में आवंटित बजट को व्यय करने तथा जर्जर स्कूलों भवनों मरम्मत कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर सी तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी शशिकांत गिरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 संजीव जैन, पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चैहान, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र अंजली रावत, अपर संख्याधिकारी राजीव शर्मा, लो.नि.वि, सिंचाई, जल संस्थान, समाज कल्याण, उरेडा, कृषि आदि संबंधित विभागों के अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।
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