राज्य  में  मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज, कुछ मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी

देहरादून। उत्तराखंड में धामी मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं तेज हैं, कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल में रिक्त चार स्थानों को भरने के अलावा कुछ मंत्रियों को बदला भी जा सकता है। उत्तराखंड में राजनीतिक घटनाक्रम पिछले महीने संपन्न विधानसभा के बजट सत्र के बाद तेजी से घूमा है। हालांकि, मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं काफी समय से चलती रही हैं। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल का आकार अधिकतम 12 सदस्यीय हो सकता है।
वर्ष 2022 में जब पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला तो उस समय तीन मंत्री पद रिक्त रखे गए थे। बाद में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से एक स्थान और खाली हो गया। वर्तमान में मुख्यमंत्री के अलावा कुल सात मंत्री हैं। कई बार चर्चाओं के बावजूद अलग-अलग कारणों से मंत्रिमंडल विस्तार टलता आ रहा है। इस बीच हालिया बजट सत्र में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का नाम एक विवाद से जुड़ा तो राजनीतिक माहौल गर्मा गया। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग लोगों द्वारा की जा रही है, उनके खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं और उनके पुतले फूंके जा रहे हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कुछ मंत्रियों के बदले जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। भाजपा भी यह मान रही है कि कुछ मंत्रियों की वजह से पार्टी और सरकार की छवि प्रदेश में खराब हो रही है। वह ठीक ढंग से अपने विभाग का काम नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा उनके खिलाफ यह भी शिकायत है कि वह अपने विभाग से ज्यादा दूसरे विभाग की काम में रुचि ले रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री जिस तेजी से रिजल्ट देने की कोशिश कर रहे हैं उनमें भी इन मंत्रियों की वजह से रुकावटें पैदा हो रही हैं।
माना जा रहा है कि दो से लेकर चार मंत्री तक बदले जा सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो इस स्थिति में छह से लेकर आठ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में अवसर मिल सकता है। यह भी हो सकता है कि सभी रिक्त पद भरने के बजाय मुख्यमंत्री एक-दो स्थान अब भी खाली छोड़ सकते हैं। इसके अलावा यह तय माना जा रहा है कि कई मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो उन जिलों में से कुछ को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिल सकता है, जो फिलहाल मंत्रिपरिषद में प्रतिनिधित्व के दृष्टिकोण से वंचित हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं चंपावत से विधायक हैं, जबकि पौड़ी गढ़वाल जिले से दो मंत्री सतपाल महाराज व डा धन सिंह रावत धामी की टीम का हिस्सा हैं। देहरादून जिले से भी दो मंत्री हैं प्रेम चंद अग्रवाल और गणेश जोशी, जबकि टिहरी से सुबोध उनियाल, अल्मोड़ा जिले से रेखा आर्या व ऊधमसिंहनगर जिले से सौरभ बहुगुणा मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। हरिद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिले से कोई मंत्री नहीं हैं। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय नेतृृत्व से विचार-विमर्श कर चुके हैं और किसी भी समय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।

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