देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने पिछले 6-7 महीने में छठी बार अधिकारियों के बड़े पैमाने पर तबादलों पर एक बार फिर से सवाल उठाए हैं।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि जिस तरह से पिछले छह-सात महीने में पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत फिर तीरथ सिंह रावत और अब पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्यमंत्री राज्य में ताश के पत्तों की तरह राज्य की नौकरशाही को खंगाला है उससे अनेक सवाल जनता के बीच में उठ गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस बात का जवाब देना होगा कि आखिर जब मात्र 6 महीने चुनाव में रह गए हैं इस तरह से नौकरशाही के पत्ते फेठना किस दृष्टि से जरूरी है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत अफसोस और शर्म की बात है की सरकार में बैठे मुखिया 1 सेकंड भी सोचने के लिए तैयार नहीं है कि इसका असर जनता में क्या जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रोज अधिकारी बदले जा रहे हैं। राज्य में अस्थिरता बढ़ती दिखाई देती है। यही नहीं इसमें बड़े पैमाने पर पैसे का लेन देन और घालमेल भी शामिल होगा ऐसी किवदंतियां पूरे देहरादून में सुनाई देती है। लोग कह रहे हैं कि इन तबादलों के जरिए बीजेपी अपने चुनाव फंड की तैयारी करने में लगी है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि जिस तरह से अधिकारियों को बदला जा रहा है उससे पूरी ब्यूरोक्रेसी का मनोबल टूट गया है और सभी जगह चर्चा है कि बीजेपी अपनी पार्टी के निजी लाभ के लिए अधिकारियों का दमन और शोषण करने में लगी है। धीरेंद्र प्रताप ने आज फिर से अधिकारियों के तबादले पर सरकार से तत्काल श्वेत पत्र जारी किए जाने की मांग की है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इन तबादलों पर सार्वजनिक जवाब मांगा है।