देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने सन 2010 में दिल्ली में घटित किरण नेगी हत्याकांड के अभियुक्तों को सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा बरी किए जाने पर दुख और आश्चर्य व्यक्त किया है। इस कांड में लिप्त तीन अपराधियों को जिन्हें दिल्ली की द्वारका कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट ने भी पहले फांसी की सजा दी थी आज सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा दिए गए एक फैसले में निर्दाेष बताते हुए बरी कर दिया गया धीरेंद्र प्रताप ने इसे सरकार की लचर पैरवी करार देते हुए इस मामले को और बड़ी बेंच में ले जाए जाने की दिल्ली सरकार से मांग की है।
धीरेंद्र प्रताप ने इस कांड की तुलना निर्भया कांड से करते हुए कहा कि उसके तमाम अभियुक्तों को सजा मिली परंतु खेद का विषय है की किरण नेगी कांड के अभियुक्त रिहा हो गए। उन्होंने आशंका व्यक्त की हाल के अंकिता भंडारी कांड में भी यदि ऐसा ही हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले पर उत्तराखंड के प्रवासी संगठनों से बातचीत करेंगे और इस मामले को आगे लड़ने के लिए संयुक्त कार्रवाई का प्रयास करेंगे उन्होंने आज का दिन उत्तराखंड के लिए काला दिन बताया।