धौलास दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासाः नौकरी पाने के लालच में दिया वारदात को अंजाम

देहरादून। दून पुलिस ने प्रेमनगर थाना क्षेत्र के धौलास में हुए डबल मर्डर का खुलासा कर दिया है। इस प्रकरण में मालकिन और नौकर की हत्या का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस के खुलास के अनुसार नौकर के दोस्त ने ही हत्याकांड को अन्जाम दिया था। आदित्य ने घटना को अंजाम सिर्फ नौकरी पाने के लिए दिया। राजकुमार के ठाठ व 25 हजार सैलरी देखकर वह विला में नौकरी पाना चाहता था। इसके लिए उसने नौकर राजकुमार की हत्या योजना बनाई। फिर वारदात को अन्जाम दे डाला।
े धौलास में महिला और नौकर की हत्या करने के मामले में गिरफ्तार आरोपित आदित्य निवासी खावड़वाला ने पूछताछ में बताया कि उसने नौकर राजकुमार थापा की हत्या के लिए यूट्यूब पर पांच दिन तक फिघ्ल्म देखी। लगातार वह यूट्यूब पर यह सर्च करता रहा कि कौन सी जगह वार करके आदमी की एकदम से मृत्यु हो सकती है। 29 सितंबर को आदित्य सुबह चार बजे जंगल के रास्ते से दीवार फांदकर सुभाष शर्मा के विला में घुसा। इस दौरान उनका नौकर राजकुमार किचन में चाय बना रहा था। आदित्य ने राजकुमार को बुलाया और एकदम से उसके सिघ्र पर लोहे की राड से वार कर दिया। इतने में पास ही खड़ी उन्नति शर्मा ने यह सब देख लिया और बाहर आई तो आदित्य ने भी उसे ठिकाने लगाने के लिए उसके सिर पर लोहे की राड से वार कर दिया। दोनों की हालत जब गंभीर हो गई तो आरोपी ने उनका गला दबाया। दोनों को मौत के घाट उतार कर आरोपित फरार हो गया।देहरादून के पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्घ्फ्रेंस के दौरान एसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि आरोपित आदित्य ने वीला में चार-पांच दिन काम भी किया था। इस दौरान उसका संपर्क राजकुमार व विला की मालकिन उन्घ्नति शर्मा से था।
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इस दोहरे हत्याकांड में मारा गया राजू उर्फ श्याम थापा मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। उसी का एक साथी जो धौलास गांव के निचले इलाके में झोपड़ पट्टी में रहता था। आरोपी राजू की जगह पर वह नौकरी पाना चाहता था। दरअसल, राजू को बंगले में नौकरी के एवज में 25,000 रुपए मिलते थे। इसलिए उसने उसकी हत्या की साजिश को अंजाम दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे को 2 दिन पहले ही पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही थी। इस मामले में नौकर राजू के मोबाइल को सर्विसलांस में लगाने के जरिए ही पुलिस कथित हत्यारे तक पहुंची। घटना को अंजाम देने से पहले और उसने उन्नति शर्मा के मोबाइल पर भी फोन किया था, लेकिन उन्नति शर्मा ने फोन नहीं उठाया।