-एक तरफ दिल्ली देश की प्रशासनिक राजधानी होगी और दूसरी तरफ उत्तराखंड हिन्दुओं की आध्यात्मिक राजधानी होगी
देहरादून। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यह एलान करते हुए कहा कि हम देवभूमि के लोगों के साथ मिल कर उत्तराखंड को विश्व भर के हिन्दुओं की आध्यात्मिक राजधानी भी बनाएंगे। एक तरफ दिल्ली देश की प्रशासनिक राजधानी होगी और दूसरी तरफ उत्तराखंड हिन्दुओं की आध्यात्मिक राजधानी होगी।
‘आप’ संयोजक ने कहा कि कुछ साल पहले, केदारनाथ पर आपदा आई थी। उस दौरान केदारनाथ को काफी क्षति हुई थी। एक बार तो ऐसे लग रहा था कि कैसे इसको ठीक किया जाएगा। तब इन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर केदारनाथ का पुननिर्माण किया था और अब इन्होंने उत्तराखंड का नवनिर्माण करने का वीड़ा उठाया है। उत्तराखंड को देवभूमि कहते हैं। यहां पर इतने सारे हिंदुओं के तीर्थ स्थान है। इसमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, ऋषिकेश, हरिद्वार, जागेश्वर धाम, धारी देवी, गोलू देवता, कैची धाम, बाराही देवी, तपकेश्वर महादेव, नीलकंठ महादेव समेत बहुत सारे देवी-देवताओं के यहां पर वास है। यहां पर हिंदुओं की श्रद्धा के बहुत सारे तीर्थ स्थान हैं। पूरी दुनिया भर से हिंदू यहां पर बड़ी श्रद्धा के साथ देवी- देवताओं के दर्शन और पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं।
अजय कोठियाल ने आगे कहा कि हिमालय का सबसे बड़ा भाग उत्तराखंड में है। यहां पर बहुत से देवी-देवताओं के स्थान हैं। यहां लोग अपने को शांति देने के लिए आते हैं। अगर उत्तराखंड हिंदुओं की अध्यात्मिक राजधानी बनेगी, तो बहुत फर्क पड़ेगा। आज चारधाम की यात्रा से हम दुनिया भर के बहुत सारे लोगों के विश्वास और उनकी भावनाओं को सकून दिलवाते हैं। साथ ही, स्थानीय लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार मिलते हैं। चारधाम यात्रा की जगह अगर उत्तराखंड आध्यात्मिक राजधानी बन गई, तो यहां पर भी अलग तरह की भावनाएं आनी शुरू हो जाएंगी। आध्यात्मिक टूरिज्म जो उत्तराखंड से निकलकर केरल में प्रसिद्ध हो गया, वह सारा उत्तराखंड में आ जाएगा और इसकी एक अलग ताकत बन जाएगी।
उन्होंने अंत में कहा कि मैं शादीशुदा आदमी नहीं हूं। मैं भारतीय सेना में था और प्रीमेच्योर रिटायरमेंट लिया। अगर मैं नौकरी नहीं छोड़ता था, तो शायद आज ब्रिगेडियर और मेजर जनरल बन रहा होता। मैं राजनीति से भ्रष्टाचार को खत्म कर प्रभावशाली गवर्नेंस के लिए आया हूं। मैं उत्तराखंड के लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि अगर किसी कारण से उत्तराखंड का नव निर्माण नहीं हुआ, तो वह मेरी असफलता होगी। इसका मतलब यह होगा कि मैंने मेहनत नहीं की और मेरे को असफल मत होने देना। मैं उत्तराखंड के लोगों से सिर्फ छह महीने का समय मांग रहा हूं। आप आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मुझे 6 महीने का समय देकर देखो, अगर आपको लगेगा कि हम सही दिशा में नहीं जा रहे हैं, तो हम दोबारा वोट मांगने नहीं आएंगे। हम यह बोलेंगे कि हमारे काम को देखो, अगर हमारा काम सही है, तो हमें जरूर उत्तराखंड के नवनिर्माण में आगे जाना चाहिए।
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