देश के माथे पर सबसे बड़ा कलंक है गौ हत्या: संत गोपाल मणि महाराज

-बिना गौ की प्रतिष्ठा के दुनियां में शांति नहीं आ सकती

-सभी सत्कर्मों की साक्षी है गायः गोपाल मणि महाराज
-गौ हत्या का समर्थन करने वाला कैसा सनातनी
-जिसकी गाय के प्रति अनन्य निष्ठा हो वही सच्चा हिन्दू

देहरादून। देहरादून में आयोजित गौ माता राज्यमाता प्रतिष्ठा विशाल रैली आयोजित हुई जिसमें हजारों गौभक्त विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचें यह विशाल रैली गौ ऋषि परम श्रध्देय गौ-गंगाकृपाकांक्षी पूज्य गोपाल मणि महाराज जी के सानिध्य में सम्पन्न हुई जो पिछले दो दशक से सनातन संस्कृति की मूलाधार गौ माता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने हेतु निरंतर प्रयासरत हैं आज सभा को संबोधित करते हुए संत मणि महाराज ने कहा कि सच्चा हिन्दू वही जो गाय को माता माने आगे गोपाल मणि महाराज ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि आप अक्सर अपने भाषणों में कहते हैं कि मुझे गंगा ने बुलाया है तो हम आपसे आग्रह करते हैं कि गंगा गौमुख से धरती पर अवतरित हुई है इसलिए आप अतिशीघ्र गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक दर्जा देकर अपने को गंगा पुत्र होने की सार्थकता को सिद्ध करें । महाराज जी ने आगे कहा कि बिना गाय के राम कृष्ण की बात करना जय श्री राम के नारे लगाना व्यर्थ है आगे मणि महाराज ने अपने वक्तव्य में उत्तराखंड सरकार की मुक्तकंठ से प्रसंशा करते हुए आभार व्यक्त किया कि सरकार ने 2018 में सर्वसम्मति से गाय को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा देने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है गोपाल मणि महाराज ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को अपना प्रिय मुख्यमंत्री कहकर संबोधित करते कहा कि आप अविलंब गौमाता को उत्तराखंड में राज्यमाता का दर्जा दें जिसके लिए आज कार्यक्रम के बाद माननीय मुख्यमंत्री जी एक ज्ञापन भी सौंपा है ज्ञापन लेने के लिए कार्यक्रम स्थल पर ही माननीय मुख्यमंत्री जी के अधिकारी पहुंचें मंच से ही माननीय मुख्यमंत्री जी को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। साथ महाराष्ट्र सरकार का भी आभार व्यक्त किया जिसने अभी हाल ही में गौ माता को राजा माता का दर्जा प्रदान किया है। इसी क्रम में अतीव प्रसन्नता की बात यह है कि सनातन धर्म के सर्वाेच्च गुरु चारों पीठ के पूज्य शंकराचार्य जी महाराज अब इस गौ प्रतिष्ठा आंदोलन में अपना पूर्ण सहयोग और आशीर्वाद दे रहे हैं । आगे मणि महाराज जी ने कहा कि आगामी 17 मार्च को पूरा देश दिल्ली के रामलीला मैदान में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान देने के लिए उमड़ेगा जो एक निर्णायक दिन होगा । इस अवसर पर आचार्य सीता शरण जी महाराज आचार्य राकेश भट्ट ब्यास जी शूरवीर सिंह मतुड़ा मनोहर लाल जुयाल बलवीर सिंह पंवार सूरतराम डंगवाल आचार्य राकेश सेमवाल गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना यशवंत सिंह रावत आनन्द सिंह रावत नरेंद्र रौथाण डॉ सीता जुयाल श्री शिव प्रसाद सेमवाल दीपक खंडूड़ी रविन्द्र सिंह राणा अजयपाल सिंह रावत आयुष चंदेल संगीता राणा भारती सेमवाल बृजलाल रतूड़ी तेजराम नौटियाल प्रद्युम्न रावत मंजू नेगी सुधा ध्यानी मधु रतूड़ी राधेश्याम नौटियाल महावीर खंडूड़ी संतोष खंडूड़ी यमुनोत्री रावल संदीप उनियाल डॉ राकेश मोहन नौटियाल सहित हजारों गौभक्त उपस्थित थे।

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