राज्य के कोऑपरेटिव बैंकों ने इस वर्ष 184 करोड रुपए का सकल लाभ कमाया

देहरादून। राज्य के को–ओपरेटिव विभाग के मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि, वर्ष 2022- 23 में को- ओपरेटिव बैंकों का शुद्ध लाभ 70 करोड़, सकल लाभ 184 रुपये हुआ है, वर्ष 2023- 24 में बैंक अधिकारी शुद्ध बढ़ा कर 100 करोड़ , सकल लाभ 200 करोड़ रुपये करने की दिशा में काम करें। सहकारिता मंत्री डॉ रावत आज मंगलवार को राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के निदेशालय सभागार में सहकारिता के शीर्ष अधिकारियों व कोओपरेटिव बैंको के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने खुशी जाहिर की कि राज्य के सभी कोऑपरेटिव बैंक 70 करोड़ के शुद्ध लाभ में है। डिस्टिक कोऑपरेटिव बैंकों के प्रबंधकों को निर्देश दिया कि वह 70 करोड़ से शुद्ध लाभ 100 करोड रुपए करें और सकल लाभ 200 करोड़ रुपये करें। जो बैंक शाखाएं घाटे में हैं उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। एन पी ए कम करने, वसूली अभियान चलाने के निर्देश मंत्री ने दिए।

जीएम डीसीबी देहरादून सीके कमल ने बताया कि, देहरादून में 21 करोड़ रुपये एनपीए वसूली की है। मंत्री डॉक्टर रावत ने देहरादून और हरिद्वार में विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। मंत्री डॉक्टर रावत ने बागेश्वर के जिला सहायक निबंधक मनोज पुनेठा से पूछा कि इस वर्ष रिकवरी कम क्यों हुई ? पिछले साल 94% थी, इस बार 64% क्यों हुई। श्री पुनेठा ने बताया कि, वह रिकवरी के लिए इस वर्ष लक्ष्य के साथ काम करेंगे।

मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज राज्य के 95 ब्लॉकों में सीएससी सेंटर, 95 जन औषधि सहकारी केंद्र , 95 माधो सिंह भंडारी संयुक्त सहकारी खेती केंद्र खोलने की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सहकारिता के अधिकारी इन केंद्रों को खोलने के लिए लक्ष्य के साथ काम करें। मंत्री डॉ रावत कहा कि वह स्वयं ब्लॉकों में इन केंद्रों के निरीक्षण के लिए जाएंगे, और समीक्षा करेंगे। गौरतलब है कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री  अमित शाह ने इन तीन महत्वकांक्षी सहकारी योजनाओं का 30 मार्च 2023 को हरिद्वार में शुभारंभ किया था। डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि इस वर्ष दीनदयाल किसान कल्याण योजना में 0% ऋण का लक्ष्य उन्नीस सौ करोड़ रखा जाए। उन्होंने कहा कि 2022 – 2023 में 1644 करोड रुपए का जीरो प्रतिशत ब्याज पर दीनदयाल किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को ऋण बांटा गया। इस वर्ष 1900 करोड़ रुपये बांटने का लक्ष्य रखने के निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक में सचिव सहकारिता डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम निबंधक सहकारिता आलोक पांडेय ,  चेयरमैन डिस्टिक कोऑपरेटिव बैंक कोटद्वार नरेंद्र सिंह रावत , चेयरमैन डिस्टिक कोऑपरेटिव बैंक टिहरी गढ़वाल सुभाष रमोला,
अपर निबंधक ईरा उप्रेती,   संयुक्त निबंधक एमपी त्रिपाठी , प्रबंध निदेशक यूसीएफ रामिन्द्री मंद्रवाल, उपनिबंधक गढ़वाल मंडल नरेंद्र सिंह रावत, डीजीएम नाबार्ड आलोक गुप्ता , डीजीएम नाबार्ड कृष्णा सिंह , जिला सहायक निबंधक हरिद्वार राजेश चौहान , सुमन कुमार, वीर भान सिंह , पीएस पोखरिया, वंदना लखेडा, तथा अल्मोड़ा रुद्रप्रयाग अन्य जनपदों से अधिकारी वर्चुअल रूप से मीटिंग में उपस्थित रहे।

को–ओपरेटिव बैंकों का जिले वार शुद्ध लाभ का विवरण

देहरादून 476. 63 लाख, कोटद्वार 593.02 लाख
चमोली 575.63,लाख उत्तरकाशी 611.59,लाख
हरिद्वार 228.37 लाख , उधम सिंह नगर 774.47 लाख , नैनीताल 523.58 लाख
टिहरी 901.90 लाख , पिथौरागढ 411.95 लाख
अल्मोडा 545.72 लाख राज्य सहकारी बैंक 1456 लाख , तथा कुल सभी कोपरेटिव बैंकों का 2022- 23 का 7098.86 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। जिला सहकारी बैंकों में सबसे ज्यादा लाभ डिस्टिक कोऑपरेटिव बैंक टिहरी गढ़वाल का 9 करोड रुपए का रहा।

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सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना कार्यालय सभागार में आज वरिष्ठ एडवोकेट के डी शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “कोऑपरेटिव इन  बीमस्टैक कंट्रीज” नामक पुस्तक का विमोचन किया।
इस पुस्तक में भारत के पड़ोसी 7 देशों बांग्लादेश,श्रीलंका, म्यांमार, भूटान, नेपाल, थाईलैंड, के साथ-साथ भारत वर्ष में सहकारिता के वर्तमान स्वरूप को वर्णित किया गया है। कोविड काल में इन सभी देशों की सहकारिता का क्या महत्वपूर्ण भूमिका रही इसका विशेष रूप से इस पुस्तक में उल्लेख है । इस मौके पर राज्य सूचना आयुक्त विपिन चंद्र तथा अन्य लोग मौजूद थे इस प्रकाशन से पूर्व एडवोकेट केडी शर्मा ने वर्ष 1986 में सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक सहकारिता पर एक पुस्तक लिखी जो सहकारी क्षेत्र में प्रशंसनीय है

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