देहरादून। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी की सदस्यता के मामले मे संविधान और न्यायिक निर्णय का मखौल उड़ा रही है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कहा कि पार्टी पहले भी स्पष्ट कर चुकी है कि इस मामले मे भाजपा की कोई भूमिका नही है और यह राहुल गांधी और शिकायत कर्ता के बीच का मामला है तथा अदालत ने निर्णय दिया है। सर्वदलीय बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आदत है कि अपनी हर गलती के लिए दोष भाजपा सरकार पर मढ दे। यह मामला अदालत मे आज नहीं, बल्कि 3 साल से चल रहा था और कांग्रेस भी इसके अंजाम से वाकिफ थी। अदालत के निर्णय के बाद संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उन्हे सदस्यता निरस्त होने के निर्णय का सामना करना पड़ा, लेकिन कांग्रेस अपने अहंकार को नही त्याग पा रही है।
देश मे अदालते अपना निर्णय देगी तो कांग्रेस कब तक इस तरह से सरकार को वजह बताएगी। अदालत ने पूरे साक्ष्यों के आधार पर ही निर्णय दिया होगा और उसके निर्णय मे किसी को हस्तक्षेप करने की न तो इजाजत है और सबको सम्मान करना जरूरी है। हालांकि राहुल पर इस तरह के कई मामले अदालतों मे चल रहे हैं।
चैहान ने कहा कि पूरे देश मे कांग्रेस की यही स्थिति है कि भ्रष्टाचार के मामले भी सामने आये तो जाँच एजेंसियों के खिलाफ हल्ला बोल अभियान शुरू किया जाए, जिससे जाँच ही न हो सके। एक ओर वह सीबीआई और ईडी को सरकार के इशारे पर चलने वाली एजेंसी बताती है और दूसरी और इन्ही एजेंसियों से मामलों की जांच की मांग करती रही है। कांग्रेस को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ मे किसी पर अनर्गल आरोप लगाने से बचने और मर्यादित आचरण मे रहने की जरूरत है। क्योंकि इसी स्वभाव के कारण वह सिमटती जा रही है और इसके कारण तलाशने के वजह वह भाजपा पर आरोप लगा रही है जो की अस्वीकार्य है।
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