नंदप्रयाग-घाट सड़क चैड़ीकरण की मांग को लेकर किया सीएम आवास कूच

देहरादून। सड़क चैड़ीकरण की मांग को लेकर 254 किमी का पैदल सफर कर आज घाट के लोगों ने सीएम आवास कूच किया। इस दौरान उनको हाथीबड़कला में ही रोक दिया जिस पर प्रदर्शनकारियों ने वहीं धरना दिया। विदित हो कि विगत पांच माह से घाट-नंदप्रयाग मोटरमार्ग के चैड़ीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। मार्च माह में भराड़ीसैंण में हुए बजट सत्र के दौरान ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर विधानसभा कूच किया था। इस दौरान इन ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। ग्रामीणों पर किए गये लाठीचार्ज की चैतरफा निंदा हुई थी लेकिन ग्रामीणों की मांग पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अपनी मांग को लेकर घाट के लोगों ने 254 किमी का सफल पैदल 11 दिन में तय किया। आज इन लोगों ने सीएम आवास कूच किया लेकिन उनकेा हाथीबड़कला चैकी पर ही रोक दिया गया। जिस पर वे वहीं धरना दे कर बैठ गये। इन ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाने और वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया है। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घाट की रोड को डेढ़ लेन करने की घोषणा की थी लेकिन उसके बाद सड़क सुधारीकरण का शासनादेश किया गया जिसके अनुसार सड़कों के मोड़ों को ही चैड़ा किया जाना है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास काम तो बहुत लेकिन काम की बजाय सरकार केवल बात ही कर रही है। सरकार के लिए भले ही यह मांग कोई मायने नहीं रखती है लेकिन घाट के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी बात है। यह महज घाट की आवाज नहीं है बल्कि पूरे पहाड़ की आवाज है।