#उत्तरकाशी के #धराली में बादल फटने से मची भारी तबाही

-गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में खीर गंगा नदी में विनाशकारी बाढ़ आई

-बाढ़ के चलते 20 से 25 होटल व होमस्टे तबाह
-मलबे में 40 से 50 लोगों के दबे होने की आशंका
-बचाव व राहत कार्यो के लिए भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। ऊंचाई वाले इलाके में बादल फटा, जिससे खीरगंगा नदी में सैलाब आ गया। पहाड़ से तेजी के साथ नीचे उतरा पानी अपने साथ 20-25 होटल, घर और होम स्टे को बहा ले गया। धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। प्रसिद्ध कल्प मंदिर भी मलबे में बह गया है। चार लोगों की मौत हुई है और 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इसके कुछ देर बाद सुखी टॉप पर भी बादल फटने की घटना सामने आई, लेकिन उसमें किसी तरह के नुकसान की अभी जानकारी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है और हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब 1:50 बजे गांव के ऊपर बादल फटा। इसके बाद महज 20 सेकंड के भीतर खीरगंगा नदी का पानी और मलबा मुख्य बाजार की ओर मुड़ गया। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे, लेकिन इससे पहले कि वे सुरक्षित जगह पर पहुंच पाते, सैलाब ने सब कुछ तबाह कर दिया। वहां मौजूद कई होटल, रिसॉर्ट, दुकानें, घर और सेब के बगीचे जमींदोज हो गए। वहां चीख-पुकार मच गई। देखते ही देखते पूरा बाजार मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस-प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि चार लोगों की मौत हुई है। होटलों और बाजार में जहां-तहां फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हर्षिल में राहत शिविर स्थापित किया गया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। जमींदोज हुए घरों में लोगों की तलाश की जा रही है। भूस्खलन के चलते रास्ते बंद हैं, इसलिए बचाव दलों को मौके पर पहुंचने पर मुश्किलें आ रही हैं। धराली गंगोत्री धाम के रास्ते में मुख्य पड़ाव है। यहां कई होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं, दो धराली को दो हिस्सों में बांटती खीर गंगा नदी के किनारे बने हैं।
बादल फटने की घटना के बाद का एक वीडियो सामने आया है। इसमें पहाड़ी से खीर नदी का कीचड़ भरा पानी की तेज धारा धराली गांव की ओर बहता दिखाई दे रहा है। पानी के साथ पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर और पेड़ भी बहते नजर आ रहे हैं। 30 सेकंड से भी कम समय में सैलाब की तरह उतरा पानी नदी के किनारे बने कई घरों, होटलों और रेस्तरां को बहा ले जाता है। यह भयावह दृश्य रूह को कंपा देने वाला है। वीडियो में लोगों की चीख-पुकार भी सुनाई दे रही है। वीडियो में एक आवाज सुनाई देती है, सब कुछ खत्म हो गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि जिला प्रशासन, भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियों राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। प्रभावितों की हर संभव मदद के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश सरकार की तरफ से केंद्र सरकार व वायु सेना से रेस्क्यू अभियान के लिए दो एमआई और एक चिनूक मांगा गया है। दरअसल लगातार बारिश के कारण हेलिकॉप्टरों की उड़ान में बाधा आ रही है। यूकाडा ने भी बचाव कार्यों के लिए दो निजी हेलिकॉप्टर तैयार रखे हैं। मौसम साफ होते ही वायु सेना हेलिकॉप्टर से राहत पहुंचाएगी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने फोन कर घटना के संबंध में जानकारी ली। साथ ही दोनों ने ही केंद्र की ओर से राज्य की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।
लोगों का कहना है कि अगर नदी का बहाव सीधे आगे बढ़ता तो गांव की बस्ती को भी भारी नुकसान हो सकता था लेकिन पानी बाजार की ओर मुड़ जाने से सबसे ज्यादा नुकसान व्यावसायिक इमारतों को हुआ है। बताया कि एक बार पानी के साथ मलबा आया और उसके बाद कुछ देर के लिए रुक गया। कुछ देर बाद दोबारा मलबा आया।
जिला प्रशासन ने 01374222126, 222722 और 9456556431 नंबर जारी किया है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र, हरिद्वार से 01374-222722, 7310913129, 7500737269 टोल फ्री नंबर-1077, ईआरएसएस टोल फ्री नंबर 112 पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, देहरादून से 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404 और टोल फ्री नंबर 1070, ईआरएसएस टोल फ्री नंबर 112 पर संपर्क कर सकते हैं।

सैलाब बहा ले गया सब, 20 मीटर मलबे में दबे मकान

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में सुबह आई इस प्राकृतिक आपदा ने धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज बहाव के चलते दुकानें, वाहन और स्थानीय ढांचे पानी में बह गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बाढ़ का मंजर इतना भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही तबाही मच गई। पानी का बहाव इतना तेज था कि बड़े-बड़े पत्थर और मलबा भी बाजार क्षेत्र में घुस आया। कितने लोग इसमें बह गए, अभी कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है। सैलाब अपने साथ इतना मलबा लेकर आया कि दर्जनों घर, बाजार, वाहन और जो भी रास्‍ते में आया, सब बह गए। उसमें दब गए। अभी वहां केवल तबाही का मंजर है। अभी कितने लोग इस सैलाब में बह गए, मलबे में दबे हैं, इसका कोई भी आंकड़ा सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि करीब 20 मीटर ऊंचा मलबा वहां आकर जमा हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम से इस पूरी घटना की जानकारी ली है और हरसंभव मदद देने का आश्‍वासन भी दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी में अब तक 24 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।
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धराली में बादल फटने की घटना पर पीएम मोदी और गृह मंत्री ने जताया दुख

उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने इस आपदा में जन-धन की हानि पर संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है।
पीएम मोदी ने भी हादसे पर संवेदना प्रकट की है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धमी से हालातों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान पर बात की है। आईटीबीपी और एनडीआरएफ दोनों टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ के चलते धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचा है चारों ओर केवल बाढ़ के साथ आया मलबा नजर आ रहा है। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। बाढ़ के चलते खीर गंगा के तट पर स्थित प्राचीन कल्प केदार मंदिर के भी मलबे में दबने सूचना है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी धामी ने बताया कि बचाव और राहत कार्यों के लिए जिला प्रशासन, भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा, हम लोगों को बचाने और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद प्रदान करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तरकाशी धराली गांव में बादल फटने की घटना की पूरी जानकारी ली है। शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है और हरसंभव केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री ने गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ व अन्य राहत एजेंसियों को तुरंत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश दौरा रद्द कर दिया है और वो शाम तक देहरादून पहुंच रहे हैं। सीएम लगातार आपदा प्रबंधन और संबंधित अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहे हैं।
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