देहरादून। देहरादून में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम अब धरातल पर दिखने लगे हैं। इसके तहत देहरादून में तीन स्मार्ट स्कूल बनकर तैयार हैं। शिक्षण के लिए सभी अत्याधुनिक उपकरण इन स्कूलों में लगाए गए हैं। तमाम व्यवस्थायें चॉक-चौबंद हो चुकी हैं। यहां छात्रों को अब तकनीकि आधारित शिक्षा दी जाएगी। त्रिवेन्द्र सरकार बहुत जल्द इन स्मार्ट स्कूलों का तोहफा दूनवासियों को देने जा रही है। निर्धन तबके के बच्चों को एडमीशन में इन स्कूलों में प्राथमिकता दी जाएगी।
केंद्र की स्मार्ट सिटी परियोजना में भले देहरादून का चयन देरी से हुआ लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साल 2017 में सत्ता संभालने के साथ ही स्मार्ट सिटी के कार्यों को प्राथमिकता पर लिया। उनके द्वारा समय-समय पर देहरादून में स्मार्ट सिटी के तहत निर्माणाधीन योजनाओं का निरीक्षण किया जाता रहा। तकरीबन डेढ़ माह पहले भी उन्होंने देहरादून की परेड मैदान परियोजना समेत स्मार्ट स्कूलों का निरीक्षण किया था। अब ये स्मार्ट स्कूल बनकर तैयार हो गए हैं। आगामी 15 दिसंबर तक तीनों स्मार्ट स्कूलों को फिनिशिंग टच दे दिया जाएगा। देहरादून में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड, राजकीय इंटर कॉलेज खुड़बुड़ा एवं यहीं पर राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल को स्मार्ट स्कूलों के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। स्मार्ट स्कूल में छात्रों की अटेंडेंस बायोमीट्रिक मशीन से होगी तो वहीं, टीचर डिजीटल बोर्ड के जरिए बच्चों को पढ़ाएंगे। हर कक्षा में स्मार्ट सिटी की ओर से प्रोजेक्टर व स्मार्ट बोर्ड लगाए गए हैं। इसके साथ ही समूचे स्कूल कैंपस में छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सभी कक्षाओं में नया फर्नीचर लगाने के साथ ही तमाम आधुनिक सुविधाएं जैसे कंप्यूटर लैब, आईटी साल्यूशन, प्रिंसिपल, शिक्षक और शिक्षा विभाग के लिए डैशबोर्ड, स्कूल मैनेजमेंट सिस्टम, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम उपलब्ध हैं। सबसे खास बात यह कि उक्त तीनों ही स्कूल आपस में डिजिटली इंटर कनेक्टेड रहेंगे। अगर किसी दिन किसी स्कूल में शिक्षक नहीं है तो तकनीक के जरिए दूसरे स्कूल के शिक्षक ही उस स्कूल के बच्चों को भी पढ़ा सकेंगे जहां पर शिक्षक नहीं हैं।