मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा खानापूर्ति, केन्द्रीय नेतृत्व से मिलकर अपनी पीठ थप-थपा रहे सीएमः नवीन जोशी

देहरादून। कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत के दिल्ली दौरे को खानापूर्ति बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मुख्यमंत्री मनोनीत होने के उपरान्त पहली बार दिल्ली जाकर अपने केन्द्रीय नेतृत्व से मिले और खाली हाथा वापस आये। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री नवीन जोशी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली में प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सहित अपने केन्द्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर आये परन्तु खाली हाथा ही वापस आये। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम में पूरी तरह विफल रही उत्तराखण्ड सरकार के मुखिया तीरथ सिंह रावत ऐसे समय में केन्द्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर आये जब राज्य में आपदाओं का दौर शुरू होने वाला है परन्तु न तो आपदा से निपटने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने किसी प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया और न ही इससे निपटने के लिए किये जाने वाले इंतजामात पर चर्चा हुई। केवल केन्द्रीय नेताओं के पास हाजरी मात्र लगाना ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का एकमात्र उद्देश्य था।
नवीन जोशी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत ने केन्द्रीय नेताओं से किसी प्रकार की चर्चा तक नहीं की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा अपने संबोधन में जून से वैक्सिनेशन अभियान चलाये जाने की बात तो की गई है परन्तु पर्वतीय जनपदों में तो अभी भी वैक्सिनेशन नही हो पा रहा है और आने वाले समय में बर्षात के चलते कई जिला का सम्पर्क भी टूट जाता है ऐसे में वैक्सिनेशन में दिक्कतों का सामना करना पड सकता है इस बिन्दु पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा कोई चर्चा नहीं की गई। नवीन जोशी ने यह भी कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में राज्यों के पास कोविड वैक्सिनेशन उत्पादन के लिए अपने संसाधन होने आवश्यक हैं। अच्छा होता यदि मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत उत्तराखण्ड में पूर्व से स्थापित आई.डी.पी.एल. को पुर्नजीर्वित कर उसमें कोविड वैक्सिनेशन के उत्पादन की मांग करते तथा प्रधानमंत्री द्वारा आईडीपीएल जैसे संस्थान के पुर्नजीवन के लिए किसी प्रकार के पैकेज की घोषणा की जाती। परन्तु मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे में मात्र खाना पूर्ति नजर आती है तथा मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत अपनी पीठ स्वयं ही थप-थपा रहे हैं।