देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी कैबिनेट को सामने बुलाकर सबका अभिवादन किया। मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, चंदन रामदास, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, गणेश जोशी व प्रेमचंद अग्रवाल शामिल हैं। प्रेम चंद अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ली। इस दौरान संतों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। गणेश जोशी ने शपथ के बाद पीएम मोदी को सैल्यूट किया। मुख्यमंत्री व मंत्रियों को राज्यपाल ले. जनरल (रि.) गुरमीत सिंह ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में बुधवार को परेड ग्राउण्ड देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने मंत्रियों को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को परेड ग्राउण्ड में मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले सन्त महात्माओं पर पुष्प वर्षा की और उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, केन्द्रीय पशुपालन राज्य मंत्री डॉ. संजीव वालियान, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गोवा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद रेखा वर्मा, माला राज्य लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, राज्य सभा सासंद अनिल बलूनी, नरेश बंसल, दुष्यंत गौतम, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायकगण, सन्तगण, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु ने किया।
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सीएम व मंत्रियों का एक संक्षिप्त परिचय इस प्रकार से है–
सीएम पुष्कर सिंह धामीः पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री के तौर पर छह माह के कार्यकाल में कई खूबियां रहीं। इन्हीं खूबियों ने धामी को हाईकमान की नजरों में सबसे बेहतर माना। इसमें पहली धामी की निर्णय लेने की क्षमता रही। सीएम धामी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से पीजी डिप्लोमा (मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध) बीए, एलएलबी एवं डीपीए (डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) कर रखा है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षित स्वयंसेवक रहे। प्रदेश अध्यक्ष-भारतीय जनता युवा मोर्चा, उत्तराखंड (लगातार दो बार 2002 से 2008 तक)।
विशेष कार्याधिकारी (मुख्यमंत्री, उत्तराखंड, 2001 से 2002 तक) रहे। उपाध्यक्ष, शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड शासन, (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) ( 2010-2012 ) रहे। 4 जुलाई 2021 से 11 मार्च 2022 तक मुख्यमंत्री उत्तराखंड रहे, 11 मार्च 2022 को पद से इस्तीफा दिया, राज्यपाल के अनुरोध पर 11 मार्च से कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहे। 21 मार्च 2022 को भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता चुने गए। 21 मार्च 2022 को एक बार फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने। उनका जन्म स्थान-ग्राम-हड़खोला, विकासखंड कनालीछीना, जिला-पिथौरागढ़ है। वर्तमान निवास-ग्राम नगरा तराई, खटीमा, जिला ऊधमसिंहनगर है।
सुबोध उनियाल: सुबोध उनियाल नरेंद्रनगर से विधायक है। इससे पहले वह उत्तराखंड सरकार में कृषि मंत्री रहे हैं। पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। 2017 में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी।
सौरभ बहुगुणा: सौरभ बहुगुणा सितारगंज से दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे हैं। एचएन बहुगुणा परिवार की तीसरी पीढ़ी है।
सतपाल महाराज: सतपाल महाराज ने चौबट्टाखाल सीट से जीत दर्ज की है। वह 2017 में बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले तक वह कांग्रेस में सक्रिय थे। सतपाल महाराज आध्यात्मिक गुरु भी हैं। महाराज केंद्र की देवेगौड़ा और गुजराल सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।
प्रेमचंद अग्रवाल: प्रेमचंद अग्रवाल राज्य की चौथी विधानसभा के स्पीकर थे। पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनावों में इन्होंने ऋषिकेश सीट से चुनाव लड़ा था।
रेखा आर्य: रेखा आर्य सोमेश्वर से विधायक हैं। 2012 में उन्होंने सोमेश्वर विधानसभा से चुनाव लड़ा। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहीं। उसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गईं। 2014 में सोमेश्वर विधानसभा से रेखा आर्या ने कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़ा और जीतीं। 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेखा आर्या बीजेपी में शामिल हो गईं और बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं। वे पिछली बीजेपी सरकार में पहले राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार व बाद में कैबिनेट मंत्री रहीं। रेखा सोमेश्वर से तीसरी बार विधायक बनीं हैं।
चंदनराम दास: चंदनराम दास बागेश्वर से विधायक हैं। वह पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। चंदनराम दास लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। वह अपने सरल स्वभाव के लिए जनता के बीच खासा प्रसिद्ध हैं।
गणेश जोशी: गणेश जोशी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म 1958 में मेरठ में हुआ था। मेरठ में उनके पिता स्वर्गीय श्याम दत्त जोशी भारतीय सेना के जवान के रूप में तैनात थे। गणेश जोशी 1976 से 1983 तक एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में रहे। वर्तमान में वे देहरादून के कालीदास रोड स्थित आवास में रहते हैं।
धन सिंह रावत: धन सिंह रावत श्रीनगर से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। धन सिंह रावत पिछली बीजेपी सरकार में पहले राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार व बाद में कैबिनेट मंत्री रहे।