विकासनगर, गढ़ संवेदना न्यूज। भारतीय जनता पार्टी (अनुसूचित जनजाति मोर्चा) के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने जौनसारी जनजाति के नामांकरण विसंगति मामले में दिल्ली में केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम के आवास पर जाकर उनसे शिष्टाचार भेंट की। जौनसारी जनजाति विसंगति पर उनसे चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने सचिव जनजातीय मंत्रालय को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिये।
श्री चौहान ने केंद्रीय मंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ठ किया कि वेबसाइट में जौनसारी के स्थान पर जन्नसारी लिखा गया है, जिस कारण दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि जौनसारी जनजाति के स्थान पर भारत सरकार के अनुसूचित जनजाति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य गठन के समय अपनी वेबसाइट पर जन्नसारी शब्द अंकित किया गया है, इसे तत्काल दुरूस्त किया जाए। इस पर केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम ने केंद्रीय सचिव, जनजातीय मंत्रालय को कार्रवाई के निर्देश दिए। सुरेंद्र चौहान ने कहा कि जौनसारी जनजाति हेतु प्रदत्त आरक्षण 24 जून 1967 के आधार पर जौनसारी शब्द को ही सही माना जाना चाहिए न कि जन्नसारी। चौहान ने बताया कि इस टंकणीय त्रुटि/विसंगति के कारण जनजाति के लोगों को मिलने वाले आरक्षण व अन्य लाभ मिलने में दिक्कत आ रही है।
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