देहरादून। मुख्यमंत्री द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान 1905 शिकायत पोर्टल कार्यो की समीक्षा के साथ शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही के साथ ही समस्त सरकारी पोर्टलों पर कार्यरत कर्माचारियों पर विशेष नजर बनाये रखने के भी निर्देश दिये थे। उपरोक्त निर्देशों के क्रम में 1905 पोर्टल पर कार्यरत कर्मचारी के विरुद्ध देहरादून पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में अभियोग दर्ज कराया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशांे से एसएसपी देहरादून द्वारा मासिक अपराध गोष्ठी के दौरान सभी थाना प्रभारियों को अवगत कराया गया था। एसएसपी देहरादून को गोपनीय माध्यम से 1905 शिकायत पोर्टल के नाम पर एक व्यक्ति से उसकी शिकायत को निस्तारित करने के एवज में पैसो की मांग किये जाने की सूचना मिली थी। प्रकरण की गोपनीय जाँच में 1905 शिकायत पोर्टल में नियुक्त कर्मी द्वारा अपने बाहरी सहयोगी के माध्यम से पैसो की मांग किये जाने की पुष्टि
हुयी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को गोपनीय माध्यम से सूचना प्राप्त हुयी कि किसी व्यक्ति के द्वारा जो नारसन हरिद्वार में रेस्टोरेंट में कार्यरत था व अपने वेतन के भुगतान के लिए श्रमआयुक्त को प्रार्थना पत्र दिया था व प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही के संबंध में 1905 पोर्टल में भी शिकायत दर्ज कराई गई थी, उसकी शिकायत निपटाने के एवज में झूठा आश्वासनध् प्रलोभन व भय दिखाकर पैसो की मांग की जा रही है, जिसके सम्बन्ध में एसएसपी देहरादून द्वारा गोपनीय जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जिस पर पुलिस द्वारा की गई गोपनीय जाँच में तथ्य प्रकाश में आये की मनोज ठकराल पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी बेबीपुर तहसील देवबन्द जिला सहारनपुर द्वारा अपने वेतन भुगतान के सम्बन्ध में 1905 भ्मसचसपदम पोर्टल में की गई शिकायत पर उनके मोबाइल नम्बर पर शैलेन्द्र गुसाई नाम के व्यक्ति द्वारा उनसे सम्पर्क कर उक्त शिकायत को निपटाने के एंवज में उनसे 2500 रुपये की मांग की गई तथा पैसो के भुगतान के लिए उनके व्टस्एप पर स्कैनर क्यूआर कोड भेजा गया। उक्त क्यूआर कोड की जाँच में वह शुभम आनन्द के नाम पर होना ज्ञात हुआ , शुभम आनन्द के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी करने पर उसका 1905 देहरादून में संविदा पर कार्यरत होना ज्ञात हुआ तथा उसके द्वारा 1905 की सूचना को अनाधिकृत रुप से किसी अन्य व्यक्ति को उपलब्ध कराते हुये आपराधिक षडयंत्र के तहत शिकायतकर्ता मनोज ठकराल से पैसो की मांग किये जाने की पुष्टि हुई। गोपनीय जाँच के आधार पर उ०नि० आदित्य सैनी द्वारा दी गई तहरीर पर अभियुक्त शुभम आनन्द व शैलैन्द्र गुसाई के विरुद्ध पोर्टल के नाम पर लोगांे से धोखाधड़ी करने के समबन्ध में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस द्वारा दोनों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है अभियुक्तों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी। प्रारंभिक पूछताछ में अभियुक्त शुभम आनंद के प समंके कंपनी के माध्यम से विगत 06 माह से 1905 शिकायत पोर्टल में कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव के पद पर संविदा पर तैनात होने की जानकारी मिली और प्रतिमाह 10500 रु0 वेतन प्राप्त करता है।शैलेंद्र गोसाई उसका पुराना जानकार है, जो टूर एंड ट्रेवल एव प्रॉपर्टी डीलर का कार्य करता है अभियुक्तों से लगातार पूछताछ जारी है।
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