इस विश्व पर्यावरण दिवस पर ब्लू डार्ट की डिजिटल पहलें ’हरित’ होंगी

-ब्लू डार्ट ने नए स्थायित्व योजना के अनुरूप कागज-रहित लेनदेन को शुरू किया

देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। दक्षिण एशिया की एक अग्रणी एक्सप्रेस एयर और एकीकृत परिवहन और वितरण कंपनी, ब्लू डार्ट, ड्यूश पोस्ट डी.एच.एल. ग्रुप (डी.पी.डी.एच.एल.) का एक अंग ने इस वर्ष 05 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने सभी विक्रेता सहयोगियों के लिए अपने नए डिजिटल पोर्टल पर कागज-रहित लेनदेन करने की घोषणा की है। इस कागज-रहित टेक्नोलॉजी की ऑनलाइन शुरुआत के आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस के समारोहों के लिए यू.एन.ई.पी. के साथ एक पंजीकृत कार्यक्रम है। इस ग्रुप की नई स्थायित्व योजना के तहत, ब्लू डार्ट ने भविष्य के लिए तैयार टेक्नोलॉजी विकसित करने में बड़ी मात्रा में निवेश किया है जो पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ एक स्थायी तरीके से उत्कृष्टता प्रदान कर सकता है।
संयुक्त राष्ट्र ने 2021-2030 को पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्स्थापन पर संयुक्त राष्ट्र दशक के तौर पर घोषित किया है। संयुक्त प्रयासों, जोखिम को कम करने की कुशल रणनीतियों और संसाधनों के चिरस्थायी उपयोग के साथय पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्स्थापन के द्वारा पर्यावरणीय, सामाजिक और प्रशासनिक (ई.एस.जी.) मानदंडों के अनुरूप बड़ी संख्या में व्यावसायिक अवसर पैदा होने की उम्मीद की जा रही है। ब्लू डार्ट ने इस दशक को पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्स्थापन की दिशा में अपने प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध किया है। जलवायु के परिवर्तन का सामना करने के महत्व को ब्लू डार्ट समझती है और पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्स्थापन के इस दशक में तटस्थ ई.एस.जी. प्रणालियों को समाकलित कर रही है। ब्लू डार्ट ने अपने ग्राहकों के 50 प्रतिशत से अधिक चालानों का ऑनलाइन निष्पादन किया है और 100 प्रतिशत पारगमन प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है। कागज के उत्पादन में बहुत ऊर्जा का उपयोग होता हैय एक ए4 शीट के लिए लगभग 50 वाट प्रति घंटे की आवश्यकता होती है। कागज-रहित होने से ऊर्जा को संरक्षित करने, कार्बनडाइऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करने, जंगलों को कटने से बचाने, प्राकृतिक उत्पत्तिस्थान की रक्षा करने और आसपास के समुदायों के लिए वन-आधारित आजीविका के अवसरों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। इस पप्रयास के माध्यम से, ब्लू डार्ट न केवल पर्यावरण की रक्षा करेगी बल्कि हर वर्ष बड़ी संख्या में पेड़ लगाने के लिए भी प्रतिबद्धता व्यक्त करती है। इस समय, ब्लू डार्ट हर वर्ष 111,000 पेड़ लगाती है ताकि परिपक्व होने पर वो पेड़ प्रति वर्ष 22,20,000 किलो कार्बन की पूर्ती कर सकें।
ब्लू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर, बैलफोर मैनुएल, ने कहा, “हम एक उद्देश्य के प्रति काम करनेवाली कंपनी हैं और स्थायित्व और जीवन के उत्तरदायित्व को हमने हमेशा से अपने सभी परिचालनों का केंद्र माना है। यह पहल सतत व्यावसायिक तौर-तरीकों को विकसित करने और साथ ही अभिनवता के स्तर को बेहतर बनाने का हमारा प्रयास है। ब्लू डार्ट बाजार की एक प्रमुख कंपनी है और हमारा मानना है कि यदि हम अपने स्थायित्व की योजना का अनुसरण करते हैं, तो हम भारत के और कुछ बड़े पैमानों पर, विश्व के जलवायु परिवर्तन की समस्या को कम करने में योगदान करने में सक्षम होंगे – एक समय में एक कदम। भूमण्डलीय तापक्रम वृद्धि के भविष्य के परिदृश्य को बदलना विश्व के बड़े संस्थानों और व्यावसायिक समूहों पर निर्भर करता है और ब्लू डार्ट इस नेक काम में सहयोग देने के लिए कुछ कदम आगे बढ़ने पर गर्व करती है।” ब्लू डार्ट के सीएफओ, अनील गंभीर ने कहा, “ई.एस.जी. का अनुपालन करने वाली कंपनी बनने की प्रक्रिया के दौरान, हमने व्यावसाय से जुड़े परिचालनों के लिए स्थायी तरीकों को ढूँढ निकाला है। हम उस समाज में अपना योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिस समाज में हम काम करते हैं और साथ ही साथ, जो कुछ हमारे पर्यावरण को पुनर्स्थापित करने और उसकी रक्षा करने के लिए आवश्यक है हम वह सब कुछ कर रहे हैं। जलवायु में होने वाले परिवर्तन के साथ-साथ महामारी के इस दौर ने संस्थानों के द्वारा पारिस्थितिकी तंत्र में निवेश किए जाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया है, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।”
डी.पी.डी.एच.एल. के एक अंग के तौर पर, ब्लू डार्ट के नए स्थायित्व योजना कार्यक्रम में जलवायु के संरक्षण के लिए स्वच्छ परिचालन, सभी के लिए काम करने के लिए एक बढ़िया कंपनी के साथ-साथ एक अत्यधिक विश्वसनीय कंपनी बनाने की आवश्यकता शामिल है। इस एक्सप्रेस उपस्कर सेवा प्रदाता ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई पहलें शुरू की हैं कि वह जलवायु के परिवर्तन और भूमण्डलीय तापक्रम वृद्धि के विरुद्ध अपनी लड़ाई में विश्व को सहयोग प्रदान करने में यह अपना योगदान दे रही है। इस कंपनी का लक्ष्य है कि 2025 तक नेट जीरो कार्बन पर अपनी स्वयं की या पट्टे पर दी गई सुविधाओं को संचालित करना, अधिक दक्षता को प्रेरित करना और अपने 6 बोइंग 757 मालवाहक जहाजों के अपने बेड़े में स्वच्छ ईंधन का उपयोग करना, पैकेजिंग के स्थायी और इष्टतम समाधान के साथ ग्राहकों को सहयोग प्रदान करना और अपने व्यापक समाधानों के जरिए हरित उत्पादों और सेवाओं को तैयार करना है। लोगों को जोड़ने, जीवन को बेहतर बनाने के अपने सिद्धांत के अंतर्गत, ब्लू डार्ट श्गो प्रोग्राम्सश् को संचालित करती है जो मुख्य रूप से तीन पहलुओं पर ध्यान देता है जैसे कि गोटीच (शिक्षा को बेहतर बनाना), गोग्रीन (पर्यावरण की रक्षा करना) और गोहेल्प (आपदा प्रबंधन की प्रतिक्रिया), इन तीनों पहलुओं ने समुदायों और पर्यावरण को सफलतापूर्वक प्रभावित करते आ रहे हैं। ये पहल विकास के स्थायी लक्ष्यों के अनुरूप हैं, संयुक्त राष्ट्र के द्वारा गरीबी को समाप्त करने, पृथ्वी की रक्षा करने और 2030 तक सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कार्य करने के लिए एक सार्वभौमिक आह्वान है। डी.पी.डी.एच.एल. लक्ष्य मिशन 2050 के तहत ब्लू डार्ट 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है, जिसमें, इस ब्रांड का लक्ष्य है भूमंडलीय तापक्रम वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से कम तक सीमित रखना है। इस ब्रांड का लक्ष्य है अपने व्यवसाय को उत्सर्जन-रहित उपस्कर सेवा की दिशा में ले जाना और साथ ही एक्सप्रेस उपस्कर सेवा के क्षेत्र के भविष्य के लिए मानक स्तर निर्धारित करना और विश्व की सहायता करने के लिए अपना योगदान देना है। मिशन 2050 प्रयास के तहत, पिछले चार वर्षों के दौरान, ब्लू डार्ट ने डी.पी.डी.एच.एल. ग्रुप के प्रति वर्ष 10 लाख पेड़ लगाने के वैश्विक लक्ष्य में 10 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। इसके अलावा, दिसंबर 2011 में, ब्लू डार्ट ने सभी अंतरराष्ट्रीय और देश के बाजारों में भारत की पहली पूर्णतः गोग्रीन कार्बन न्यूट्रल सेवा की घोषणा की थी। 2020 तक 2,871 से अधिक पर्यावरण के प्रति अपने दायित्व को समझने वाले ग्राहकों द्वारा इस सेवा की सदस्यता ली गई है।