देहरादून। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मोइला टॉप में ऐतिहासिक शताब्दी बिस्सू मेला बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि शिरगूल देवता ने तीन वर्ष पूर्व मोइला टॉप में देवता का मंदिर बनाने का आदेश दिया था। जिसे मशक खत के ग्रामीणों ने 2021 में बनाकर तैयार किया। इस वर्ष मार्च में मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर देव आज्ञानुसार बिस्सू मेला आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
मेले में जौनसार बाबर, बगांण, रवांई, जौनपुर, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, चौपाल, जुब्बल, रोहडू आदि क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। कथियान के हरटाड़, छजाड़, निमगा, किस्तूड़, सारनी, बाणाधार आदि दर्जनों गांव के लोग सुबह ब्रह्म मुहूर्त में अपने गांव से लोखंडी होते मोइला टॉप पहुंचे। दस बजे तक दूर दराज के ठोठरी मोइलाटॉप पहुंच गये थे। खत स्याणा फतेह सिंह चौहान ने बिस्सू मेले में पहुचे सभी मेहमानों का स्वागत किया। खत मशक के कोटी कनासर मगटाड़, त्यूणा, हरटाड़, सताड़, रजाणू, मशक, विनसोन के ग्रामीणों ने मेहमानों के लिए जलपान की व्यवस्था की। मेले में हारूल नृत्य और तांदी नृत्य हुआ। ठाठरियों के नृत्य ने समां बांधा। इस दौरान स्याणा फतेह सिंह चौहान, प्रधान देई सिंह, गुलाब सिंह, बलबीर चौहान, शयाम सिंह, मोहर सिंह, रतन सिंह, चौतराम, रेठू, सरदार सिंह, प्रताप सिंह रावत आदि मौजूद रहे।