देहरादून। वर्तमान परिस्थिति में कोविड संक्रमण की गति कुछ धीमी हुई है और नए संक्रमण के आँकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है, फिर भी इस महामारी की तीसरी लहर के प्रति हम सभी को सचेत और तैयार रहने की जरूरत है, जिसका असर सबसे ज्यादा युवाओं तथा बच्चों पर होने की संभावना है, और अगर विशेषज्ञों की मानें तो यह लहर कभी भी शुरू हो सकती है। जमीनी हकीकत को देखते हुए अवादा फाउंडेशन उत्तराखंड में चिकित्सकीय उपकरण-जैसे की वेंटीलेटर और ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और खाद्य पदार्थ प्रदान करने के लिए अथक प्रयत्न कर रहा है।
अवादा फाउंडेशन द्वारा देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार के सुदूर क्षेत्रों में 1000 परिवारों को राशन के पैकेट वितरित किये जा चुके हैं और 1000 और परिवारों को जल्द ही ये पैकेट प्रदान किए जाएंगे। अवादा फाउंडेशन, जो की अवादा ग्रुप ऑफ कंपनीज का लोकोपकारी अंग है, कई प्रकार के सामाजिक उत्थान की गतिविधियों में शामिल है, जिसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है बच्चों की शिक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा, कौशल विकास, महिलाओं का उत्थान आदि। अवादा फाउंडेशन का भारत के इस सिद्धांत में अडिग विश्वास है की हर इंसान अपने माता पिता का का ऋणी है जो उसे पाल पोस कर बड़ा करते हैं। वह अपने समाज और अपनी संस्कृति के प्रति भी अनुग्रहित है। भगवान् और ऋषिगण के प्रति उपकृत है। और सबसे ऊपर वह अपने पर्यावरण का ऋणी है जो ऋण वह अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में चुकाने का प्रयास करता रहता है। अच्छे कर्म कर हम अपने इन सभी ऋणों को चुका सकते हैं और निर्वाण की प्राप्ति कर सकते हैं। इस कठिन समय में हमारे समाज और लोगों की सेवा करने में हमारे यही मूल्य दिशा दिखाने का काम करते हैं और हम खुद को सौभग्यशाली मानते हैं की हमें यह निःस्वार्थ सेवा करने का मौका मिल रहा है। इस नई पहल को लेकर विनीत मित्तल चेयरमैन अवादा ग्रुप ने कहा, भारत के इतिहास में ये समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। इस वक्त जरूरी है की हम सब मिल कर इस कोरोनावायरस महामारी से लड़ने का हरसंभव प्रयास करें और अपनी भूमिका निभाएं। हमारा पूरा प्रयास है की हम ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराएं, और उनकी मदद करें ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और वेंटीलेटर उपलब्ध करवा कर। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी होने के नाते हम अपने अस्पतालों और फ्रंटलाइन योद्धाओं की हरसंभव मदद करने को तत्पर हैं ताकि वह सुचारु रूप से मरीजों का इलाज कर सकें ।