देहरादून। आम आदमी पार्टी ने उमा सिसोदिया व आजाद अली को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 3 वर्षों के लिए निष्काषित
कर दिया है। आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश नेतृत्व ने प्रदेश प्रभारी एवम सहप्रभारी की संस्तुति पर प्रदेश के दो पदाधिकारियों उमा सिसोदिया और आजाद अली पर गैरजिम्मेदारी पूर्ण रवैये, पार्टी में लगातार निष्क्रियता एवम आम आदमी पार्टी के संविधान के विरुद्ध जाकर कार्य करने जिसमंे कि केजरीवाल विचार मंच का गठन करना तथा प्रदेश संरक्षक के तौर पर पदेन होकर कार्य करना शामिल हैं। विगत लम्बे समय से पार्टी के पदों पर निष्क्रिय रहने के कारण आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 3 वर्षाे के लिए निष्काषित कर दिया हैं।
जबकि पूर्व में प्रदेश नेतृत्व के द्वारा एक नोटिस जारी कर दोनों ही लोगो से स्पष्टीकरण भी माँगा गया था लेकिन दोनों ही व्यक्तियों ने कोई जवाब तय समय पर प्रदेश कार्यालय में जमा नही किया जिस पर आज कड़ी कार्यवाही करते हुए प्रदेश प्रभारी,प्रदेश सहप्रभारी की सामूहिक संस्तुति पर आम आदमी पार्टी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एस. एस. कलेर ने आज कठोर निर्णय लेते हुए उक्त व्यक्तियों को निष्काषित करते हुए बताया कि इनके द्वारा किसी भी रूप में आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड का नाम,पद, लेटर हेड,पहचान पत्र आदि का प्रयोग नही किया जाना चाहिए यदि ऐसा कोई भी मामला मीडिया अथवा सार्वजनिक जीवन मे नजर आया तो फिर आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड के द्वारा दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर बोलते हुए एस. एस. कलेर ने कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार पार्टी प्रतिदिन प्रदेश में सैकड़ो की संख्या में लोगो को जोड़ने का काम कर रही हैं और संगठन निश्चित और तय लक्ष्य की ओर बढ़ रहा हैं सभी लोग मिलकर बेहतर परिणाम आगामी निकाय चुनावों में लाने को प्रतिबद्ध हैं यदि कोई भी उस कार्य में हाथ बंटाने के बजाय बिना कार्य किये पद का दुरुपयोग करता हैं तो उसके गैरजिम्मेदाराना रवैये को देखते हुए कठोर निर्णय भी लिए जाएंगे।
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