काशीपुर। वरिष्ठ पत्रकार मनोज श्रीवास्तव के खिलाफ पुलिस में फर्जी मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद प्रदेश के तमाम पत्रकार संगठनांे ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े करते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। पत्रकार प्रेस परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुलाटी एवं वरिष्ठ पत्रकार परमपाल सुखीजा ने इस मामले को लेकर गुरुवार शाम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्र से मुलाकात की। उन्होंने एसएसएसपी से मामले की बारीकी से जांच कराए जाने की मांग किया। इसी तरह जर्नलिस्ट यूनियन आफ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण मेहता एवं प्रदेश महामंत्री गिरीश पंत ने पुलिस की कार्यवाही पर अफसोस जाहिर करते हुए पीड़ित पत्रकार को सांत्वना दी। मोबाइल फोन पर घटना की हकीकत जानने के बाद प्रदेश स्तर के दोनों पदाधिकारियों ने पुलिस की कार्यवाही को गलत बताया। कहा कि यदि ऐसा कुछ था तो जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहां कि इस मामले में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मुलाकात करेगा। इसी तरह राजधानी देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने भी पुलिसिया कार्रवाई को तानाशाही बताया। उधर दूसरी ओर पर्वतीय पत्रकार महासंघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पाठक ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। प्रदेश के तमाम पत्रकार संगठनों ने पुलिस की इस कार्यवाही के खिलाफ आंदोलन का मन बनाया है।