देहरादून। बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली रथ यात्रा का शुभारम्भ 7 मई से होगा। पूर्व कबीना मंत्री व डोली रथ यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि बाबा श्री विश्वनाथ मां जगदीशिला की 26वीं 30 दिवसीय डोली रथ यात्रा का शुभारम्भ 7 मई से होगा। यहां कचहरी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा के उत्तराखण्ड भ्रमण की 26वीं देव दर्शन यात्रा कार्यक्रम का शुभारम्भ सात मई से होगा। यात्रा अपरान्ह 12 बजे ढुंग बलियाल गांव से डोली का प्रस्थान तथा सांय 7 बजे नेपाली फार्म ऋषिकेश में केदार सिंह लुठियानी के निवास पर रात्रि विश्राम किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन आठ मई को प्रातः नौ बजे नेपाली फार्म से प्रस्थान कर 11 बजे हरिद्वार हरकी पैडी में गंगा स्नान, पूजा अर्चना एवं यात्रा शुभारम्भ विश्व प्रसिद्ध संत भोलेजी महाराज व माता मंगला संरक्षक हंस फाउडेशन तथा महा मण्डलेश्वर ललिता नन्द गिरी महाराज भारत माता मंदिर द्वारा शुभारम्भ कराया जायेगा। 12 बजे हरिपुर में चौधरी करतार सिंह द्वारा डोली का स्वागत किया जायेगा। सांय छह बजे गुमानीवाला सूरत विहार कालोनी में समाजसेवी टीकाराम पुर्वाल व साथियों सहित डोली का स्वागत व रात्रि विश्राम किया जायेगा। 9 मई को सूरत विहार से प्रस्थान व सांय सात बजे नवादा मां नंदा विहार में उनके निवासी स्थान व साथियों द्वारा डोली स्वागत व रात्रि विश्राम किया जायेगा। 30वां दिन 5 जून को 3 बजे रूप सिंह बजिलयाला अध्यक्ष विश्वनाथ जगदीशिला तीर्थाटन समिति द्वारा सभी को धन्यवाद सम्बोधन एवं डोली द्वारा आशीर्वाद एवं कार्यक्रम का समापन होगा। श्री नैथानी ने बताया कि उत्तराखण्ड को पूरे विश्व में देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां के 13 जनपदों में विभिन्न धर्माे एवं सम्प्रदायों के शक्तिपीठ है। मुख्य रूप से हिन्दुओं के विश्व प्रसिद्ध धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, तथा सिक्खों के हेमकुण्ड साहिब, नानकमत्ता, रीठा साहिब, एवं मुस्लिमों के पीरान कलियर, ईसाइयों को देहरादून व नैनीताल के चर्च तथा जैन एवं बौद्ध सम्प्रदायों के शक्तिपीठ हैं। प्रेसवार्ता में मोहन खत्री, रूप सिंह बजियाला, हरिष चन्द्र दुर्गापाल आदि भी मौजूद थे।