देहरादून। अखिल गढ़वाल सभा देहरादून की बैठक सभा भवन नेशविला रोड में हुई जिसमें उत्तराखंड सरकार के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा की कार्रवाई में विधानसभा पटल पर उनके द्वारा पहाड़ के लोगों को आपत्तिजनक शब्दों से अपमानित किया गया। सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना ने कहा कि विधानसभा के पटल में पक्ष और विपक्ष के गणमान्य लोगों के सम्मुख पूरे पहाड़ी समाज के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया जिससे पूरा पहाड़ी समाज आहत हुआ है। विधानसभा की कार्रवाई में जहां मंत्री जी को राज्यहित से जुड़ी कार्यों हेतु सरकार की योजनाओं से अवगत कराना था वहां उन मुद्दों को छोड़कर विधानसभा अध्यक्ष के सम्मुख पूरे पहाड़ के लोगों के लिए अब शब्द कहे, साथ ही उनके हाव भाव से उत्तराखंड के सभी जनमानस आहत है।
सभा के महासचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा कि इससे पूर्व भी मंत्री का कई बार ऐसी घटनाओं में नाम जुडा हैं जिससे पहाड़ी समाज आहत हुआ है। श्री भंडारी ने कहा कि एक तरफ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र से विशेष लगाव है वहीं दूसरी तरफ मंत्री जी द्वारा पहाड़ के लोगों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाना खेद जनक एवं पीड़ा दायक है। सभा की उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है और जिसको बनाने में पहाड़ के लोगों की अग्रणी भूमिका रही है और वही आज सरकार के वरिष्ठ मंत्री द्वारा पूरे पहाड़ी समाज को गाली देना शर्मनाक एवं निंदनीय है जब तक ऐसे बड बोले जनप्रतिनिधि, मंत्री पद से सुशोभित रहेंगे तो पहाड़ का और उत्तराखंड राज्य का विकास असंभव है। बैठक में सर्वसम्मति यह निर्णय लिया गया कि पहाड़ी समाज को काबीना मंत्री द्वारा कहे गए अपशब्दों के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उक्त प्रकरण में हस्तक्षेप करने का निवेदन किया गया और मांग की गई कि ऐसे जनप्रतिनिधि को मंत्रिमंडल के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी से भी बर्खास्त किया जाए तभी ऐसे बडबोले जनप्रतिनिधियों पर लगाम लग सकती है और समाज में एक अच्छा मैसेज जाएगा और आपसी भाईचारा बढ़ेगा। इस अवसर पर सभा अध्यक्ष रोशन धस्माना, महासचिव गजेंद्र भंडारी, उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र असवाल, सह सचिव संतोष गैरोला, संगठन सचिव डॉक्टर सूर्य प्रकाश भट्ट, प्रबंध सचिव विरेंद्र असवाल, नथा सिंह पंवार, दिनेश सकलानी, अरुण ढौंडियाल, मुकेश सुन्द्रियाल, दयाराम सेमवाल, धीरेंद्र सिंह असवाल, दयाल सिंह भंडारी, संजय डिमरी, हेमलता नेगी, आदि उपस्थित थे।