-डीएम के निर्देश पर उपजिलाधिकारी हरिगिरि ने उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश का निरीक्षण किया
-एसडीएम सदर ने ऋषिकेश चिकित्सालय के आईसीयू का निरीक्षण कर परखी व्यवस्थाएं
-15 दिन की समयसीमा से पूर्व ही संचालित हो गया उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश का आईसीयू
-संतुष्टि, हर्ष है कि जो संसाधन जनउपयोग के लिए किया गया था वह जनमानस के लिए समर्पित हो गयाः डीएम
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बसंल के निर्देशों के अनुपालन में उपजिलाधिकारी सदर/प्रभारी अधिकारी स्वास्थ्य हरि गिरि तथा जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने आज उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। विगत माह 04 अक्टूबर में जिलाधिकारी ने उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर आईसीयू संचालित न होने तथा अव्यवस्थाओं पर अधिकारियों को फटकार लगाई थी तथा आईसीयू को संचालित करने के निर्देश दिए थे, जिस पर 16 नवम्बर से आईसीयू संचालित हो गया है। ज्ञातब्य है कि चिकित्सालय का आईसीयू मार्च 2023 से बंद पड़ा था, जिस पर जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान इस बेस चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए चिकित्सकों का वेतन रोकने की भी कार्यवाही की गई थी। जिलाधिकारी ने 10 नवम्बर 2024 को आयोजित राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश प्रबन्धन समिति की बैठक में कड़े निर्देश दिए कि चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं सेवाओं का लाभ जनमानस दिलाने तथा बंद आईसीयू को 15 दिन के भीतर संचालन करने के निर्देश जिसके क्रम में 16 नवम्बर 2024 को आईसीयू प्रारम्भ हो गया था।
उप जिलाधिकारी ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम आईसीयू की व्यवस्था देखने को निरीक्षण किया गया है, निरीक्षण में सब संतोषजनक पाया गया है, जिलाधिकारी का स्वास्थ्य सेवाओं एवं जनहित के विषयों पर विशेष फोकस है, तथा उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश की इसमें भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जो न केवल ऋषिकेश बल्कि गढवाल से आने वाले मरीजों के लिए भी एक बेस अस्पताल है इसमें सुविधाएं संचालित रहना बेहद आवश्यक है, जिलाधिकारी द्वारा स्वंय भी इसकी मॉनिटिरिंग की जा रही है। चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं को परखने के लिए निरंतर निरीक्षण एवं औचक निरीक्षण होते रहेंगे।
उपजिलाधिकारी हरिगिरि ने उप जिला चिकित्सालय को ऋषिकेश का निरीक्षण करते आईसीयू संचालन की व्यवस्थाएं देखी इस दौरान चिकित्सालय के 10 बैड के आईसीयू में 05 पैशेंट भर्ती थे चिकित्सकों एवं स्टॉफ ने अवगत कराया कि आईसीयू संचालन की तिथि से अब तक कुल 07 पैंशेट आईसीयू में आए थेे, जिनमें से 01 वार्ड में शिफ्ट हो गया है, एक चिकित्सालय से डिस्चार्ज हो गए हैं तथा 05 पैंशट अभी भी भर्ती हैं। इस दौरान उन्होंने आईसीयू में भर्ती मरीजों से उनका हालचाल पूछा, मरीज संतुष्ट दिखें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आईसीयू की भोजन मैन्यूवल भी पूछा जिसमें बताया गया कि डलिया, दाल चावल, फल आदि पोैष्टिक आहार दिया जाता है। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों एवं स्टॉफ से उनकी समस्याएं भी जानी तथा कहा कि चिकित्सालय में यदि किसी चीज की आवश्यकता या कुछ समस्या है तो बताएं उसको जिलाधिकारी के माध्यम से समाधान कराया जाएगा। उन्होंने चिकित्सकों एवं चिकित्सा स्टॉफ को तनमयता से कार्य करते हुए आईसीयू एवं चिकित्सालय में मौजूद सुविधाओं का लाभ जनमानस को दें। जिलाधिकारी ने कहा कि संतुष्टि, हर्ष है कि जो संसाधन जनउपयोग के लिए किया गया था वह जनमानस के लिए समर्पित हो गया है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने चिकित्सकों एवं नर्स, नर्सिंग स्टॉप के प्रयासों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा तनमयता से जिम्मेदारी निर्वहन करने की अपेक्षा की। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी ऋषिकेश स्मृता परमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन,प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ऋषिकेश पी.के चंदोला आदि उपस्थित रहे।
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