देहरादून। उत्तराखंड समाजसेवी व एनसीपी यूथ के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ आहूजा ने कहा की UPL से पहाड़ी जिले की टीम लगभग गायब हैं यहां तक कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग की ओपनिंग सेरेमनी में ‘उत्तराखंडियत’ की पूरी तरह से अनदेखी कर दी गई, और लोकल कलाकारों को एक भी मौका नहीं मिला। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि जब स्थानीय सांस्कृतिक तत्वों और कलाकारों को नजरअंदाज किया जाता है, तो क्या आयोजन वास्तव में क्षेत्रीय पहचान और कला को प्रोत्साहित करने का दावा कर सकता है? यह आयोजन के आयोजकों की तरफ से एक बड़ी चूक है, जिसने न केवल स्थानीय कलाकारों को हाशिए पर धकेला, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर की भी अवहेलना की है। उन्होंने कहा की पहले भी उन्होंने CAU की चयन प्रक्रिया में राज्य के युवाओं की अवहेलना का पुरजोर मुद्दा उठा बड़ा आंदोलन करा था।
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