-तीर्थयात्रियों से भेंट कर यात्रा का फीडबैक लिया
उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट यात्रा व्यवस्थाओं को चाक-चैबंद बनाये रखने के लिए आज लगातार तीसरे दिन भी यमुनोत्री यात्रा मार्ग के विभिन्न पडावों के निरीक्षण पर पहुंचे और मौके पर ही यात्रा प्रबंधन व यात्री सुविधाओं की पड़ताल कर संबंधित विभागों व संगठनों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने देश के विभिन्न हिस्सों के तीर्थयात्रियों से भेंट कर देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर स्वागत करने के साथ ही यात्रा के बारे में फीडबैक लिया। तीर्थयात्रियों ने यात्रा व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड आगमन से वह अत्यंत आनंदित और अभिभूत हैं। जिलाधिकारी ने यात्रियों को अपना मोबाईल नम्बर साझा करते हुए कहा कि कोई भी असुविधा होने पर उनसे कभी भी निःसंकोच संपर्क कर सकते हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आज यमुनोत्री मार्ग पर हनुमानचट्टी, रानाचट्टी, स्यानाचट्टी, पालीगाड, खरादी, दोबाटा, बरनीगाड, डामटा आदि पड़ावों पर यात्रा व्यवस्थाओं का निरिक्षण कर पेयजल, सफाई, टॉयलेट व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। यात्रियों की सुविधा व सहायता के लिए इन सभी इंतजामो को निरंतर सुचारू और सुव्यवस्थित बनाये रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सफाई कर्मियों और वाहन चालकों से भी मुलाकात कर उनकी कुशल क्षेम पूछी तथा यात्रा व्यवस्था के संचालन में उनके योगदान की सराहना की।
जिलाधिकारी में रानाचट्टी व डामटा में होटल व्यवसायियों और स्थानीय लोगों के भेंट कर यात्रा व्यवस्था को लेकर उनकी समस्याओं और सुझावों को जाना। जिलाधिकारी कहा की रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आगमन के कारण यात्रा के व्यवस्थित और सुरक्षित संचालन के लिए भीड़ के प्रबंधन और सड़कों पर अत्यधिक दबाव के समय बड़े वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए कुछ जरूरी व महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है इसके साथ ही ढाबा व होटल संचालकों सहित यात्रा से जुड़े व्यवसायों व स्थानीय लोगों के हितों व सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जिलाधिकारी ने सभी लोगों से यात्रा को सुचारू और सुव्यवस्थित संचालन में सहयोग देने का अपील करते हुए कहा कि यात्रा के बेहतर प्रबंधन के लिए जो भी उपयोगी और व्यवहारिक सुझाव मिलेंगे उन पर प्रशासन जरूर अमल करेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्गो के उनके निरीक्षण में खुद देखा है किवाहनों का आवागमन निर्बाध रुप से जारी है।
इस मौके पर होटल व्यवसायियों और स्थानीय निवासियों ने यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के चैड़ीकरण को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन में इस सड़क के संकरे हिस्से सबसे बड़ी समस्या है। लिहाजा इस सड़क के चैड़ीकरण की कार्रवाई अविलंब करवाई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने के लिए शासन प्रशासन के स्तर से पूरे प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग और रोपवे तथा हेलीपैड बनाने की योजना पर प्रयास तेजी से जारी हैं। यमुनोत्री धाम के विकास और डाबरकोट भूस्खलन के उपचार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने रानाचट्टी, डामटा और बरनीगाड में तीर्थ यात्रियों से मुलाकात कर यात्रा के बारे में उनके अनुभव और विचारों को जाना। जिलाधिकारी से भेंट के दौरान महाराष्ट्र, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश , आंध्र प्रदेश आदि राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर व उपयुक्त बताते हुए इसके लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। तीर्थयात्रियों ने कहा उत्तराखंड आकर उन्हें काफी सुखद अनुभव हो रहा है और यात्रा में कहीं भी उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा है। तीर्थ यात्रियों ने कहा की कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट डालकर यात्रा व्यवस्था को प्रभावित करने और तीर्थ यात्रियों में गलत धारणा पैदा करने का गलत प्रयास किया है। जबकि यहां आकर उन्हें इसके उलट ही सब कुछ व्यवस्थित और सुचारू देखने को मिला। यात्रियों ने कहा कि यहां सभी व्यवस्थाएं बेहतर है और यात्रा बेरोकटोक व्यवस्थित ढंग से जारी है।
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