देहरादून। भावना पांडेय के बसपा में अपनी पार्टी के विलय, हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषणा और फिर अगले ही दिन पार्टी छोड़ने के पॉलिटिकल ड्रामे से बसपा सुप्रीमो ने सख्त नाराज हैं। उन्होंने प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम को हटा दिया है। अब केवल दो प्रदेश प्रभारी ही चुनाव में काम करेंगे। पिछले सप्ताह भावना ने बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम ने उन्हें सदस्यता दिलाई थी। तब घोषणा की गई थी कि भावना इस बार लोकसभा चुनाव में बसपा की प्रत्याशी होंगी। इस घोषणा के अगले ही दिन भावना ने बसपा छोड़ दी। इस फजीहत से नाराज बसपा सुप्रीमो ने प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम हटा दिया है।
अब केवल दो प्रभारी शम्सुद्दीन राईन और सुरेश आर्य ही लोस चुनाव की व्यवस्था संभालेंगे। उधर, बसपा ने यूपी के मीरापुर विधानसभा से पूर्व बसपा विधायक जमील अहमद कासमी को हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वह 2012 से 2017 के बीच इस सीट से विधायक रहे हैं। मीरापुर विधानसभा सीट मुजफ्फरनगर जिले और बिजनौर लोकसभा सीट में आती है। बताया जा रहा कि होली पर भाजपा प्रत्याशी से मिलकर भावना ने बसपा छोड़ने का फैसला लिया। कल तक बसपा में रहीं भावना पांडे ने सोमवार को भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, वह अब भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं। उधर, बसपा प्रदेश अध्यक्ष चैधरी शीशपाल ने बताया, ज्वाइनिंग के बाद से भावना पांडे पार्टी नेताओं के संपर्क में नहीं थीं। किसी का फोन भी नहीं उठा रही थीं। कहा, उनके पास नेताओं की कमी नहीं थी। अपने पूर्व विधायक को उन्होंने हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी तय किया है।
509 total views, 2 views today