नई दिल्ली, गढ़ संवेदना न्यूज। उत्तराखंड की भूमि से अनेक प्रतिभाशाली व्यक्ति हुए हैं, जिन्होंने उत्तराखंड को गौरान्वित किया है। इस फेहरिस्त में एक नाम टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्रनगर तहसील के भांगला ग्राम निवासी ज्योति प्रसाद गैरोला पुत्र श्री ज्वाला प्रसाद गैरोला का नाम जुड़ गया है। ज्योति प्रसाद गैरोला को मंगलवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) नई दिल्ली में आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू व विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की गरिमामयी उपस्थिति में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुरली मनोहर पाठक. केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जनकपुरी दिल्ली के कुलपति प्रो. श्री निवास वरखेड़ी एवं कुलसचिव श्री लाल बहादुर शास्त्री प्रो प्रेम कुमार शर्मा ने वास्तुशास्त्र संस्कृत में पीएचडी की उपाधि प्रदान की । ज्योति प्रसाद गैरोला ने प्रोफेसर अशोक थपलियाल के निर्देशन में शोध कार्य संपन्न किया। इस यात्रा में ग्रामीण कृषक परिवार से आने वाले ज्योति प्रसाद के समक्ष अनेक आर्थिक समस्याएं भी आई और अगस्त 2023 में अपनी माताजी श्रीमती शाकम्बूरी देवी के निधन के बावजूद विषम परिस्थितियों में उन्होंने सफलता प्राप्त की। जो नई पीढ़ी के लिए संघर्ष व सफलता का आदर्श उदाहरण है। ज्योति प्रसाद ने शास्त्री की उपाधि हरिद्वार से, आचार्य की उपाधि संपूर्णानंद विश्वविद्यालय व एम.फिल की उपाधि लाल बहादुर राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से प्राप्त की। ज्योति प्रसाद गैरोला की इस सफलता पर उनके शिक्षकों, दोस्तों व सहयोगियों ने उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
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