देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में विधानसभा देवप्रयाग के कक्षा 10 की परिषदीय परीक्षा 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं हेतु आयोजित भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2023 में शामिल छात्रों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने भारत भ्रमण पर जाने वाले छात्रों को शुभकामना देते हुए विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी की इस शानदार पहल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मध्यम एवं निम्न वर्ग के छात्रों को भारत भ्रमण का अवसर प्रदान करने की परम्परा शुरू की है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भविष्य में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के हर ब्लॉक के टॉपर छात्रों का शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भारत-दर्शन कार्यक्रम से छात्रों में एक विशेष अनुभूति जागृत होगी, जिससे वे सब भारत की विभिन्नताओं इतिहास, विज्ञान, शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकेंगे और समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना उनमें प्रबल होगी।
उन्होंने कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम शिक्षा का एक अंग है, जो छात्रों के किताबी ज्ञान में वृद्धि करेगा। यह भ्रमण छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। क्योंकि व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से ज्ञान प्रदान करना सीखने को और अधिक रोचक बना देता है। व्यावहारिक ज्ञान किताबी ज्ञान से बेहतर है, एक शोध लेख के अनुसार, लगभग 65 प्रतिशत छात्र दृश्य शिक्षण सहायता पसंद करते हैं। ये शिक्षार्थी केवल उनके बारे में बात करने के बजाय यह देखना पसंद करते हैं कि चीजों को कैसे किया जाए। वे व्याख्यान देने के बजाय प्रदर्शन देखना पसंद करते हैं, क्योंकि देखना ही विश्वास करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब आप किसी चीज को व्यक्तिगत रूप से देखते हैं तो आपका दृष्टिकोण बदल जाता है। मानवता का सही अध्ययन मनुष्यों के अध्ययन से ही हो सकता है, भ्रमण के दौरान संभ्रान्त व्यक्तियों, तरह-तरह के व्यक्तियों से आपका संपर्क होगा, ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का आप भ्रमण करेंगे, यदि आप चैकन्नी निगाह रखकर दिल और दिमाग के खिड़की और दरवाजे सभी खुले रखकर भ्रमण करेंगे तो आपको, व्यक्तियों और घटनाओं का इतना व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हो जायेगा जो किसी भी पुस्तक में आपको नहीं मिल सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मस्तिष्क के स्वस्थ विकास के लिए भी भ्रमण अति आवश्यक है। कवीन्द्र टैगोर का कहना है कि-मन का स्वास्थ्य चुनी हुई पुस्तकों, चारदीवारी से घिरे निश्चल स्कूल की गतिहीन कक्षाओं में पढ़ाई से नहीं सुधर सकता। भ्रमण से आपका दृष्टिकोण विस्तृत होगा, इससे आपके विचारों और दृष्टिकोण में उदारता आएगी। यह भारत दर्शन छात्रों के लिए एक चमत्कारिक तनाव निवारक के रूप में काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भ्रमण से छात्रों के सर्वश्रेष्ठ व्यवहार का असर उनकेे स्कूल पर भी पड़ेगा। जो उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से अनुशासन और नियंत्रण सिखाएगा। किसी साइट पर जाने से अक्सर नई जानकारी का हस्तांतरण होता है। कभी-कभी, कुछ डेटा जो पाठ्यपुस्तक में शामिल नहीं है, ऐसे छोड़े गए डेटा को आप सीधे भ्रमण स्थल से प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको अधिक मूल्यवान बनाएगा। किसी शैक्षणिक अवधारणा को देखने, छूने और उसका जीवंत अनुभव करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
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