देहरादून। पटवारी पेपर लीक मामले में एसआईटी का आरोपियों पर लगातार शिकंजा कस रहा है। मामले में एसआईटी ने साक्ष्यों के आधार पर लोक सेवा आयोग के निलंबित गोपनीय अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उनकी पत्नी और भाजपा नेता समेत 20 अभियुक्तों और 40 अभ्यर्थियों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। मुकदमे में बीस अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि 40 अभ्यर्थियों के खिलाफ नकल करने के साक्ष्य जुटाने के बाद उनको आरोपी बनाया गया है।
पटवारी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आने पर एसआईटी ने 12 जनवरी को थाना कनखल में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें राज्य लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और उनकी पत्नी समेत 7 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। मामले की जांच आगे बढ़ने के साथ पेपर लीक मामले में पूर्व भाजपा नेता समेत 20 लोगों की मिलीभगत सामने आई। वैज्ञानिक अन्वेषण एवं विवेचना के चलते मुकदमे में 20 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी।
एसआईटी की विवेचना में 40 अभ्यर्थियों के नाम भी सामने आए। विवेचना के दौरान टीम ने भौतिक और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। अभ्यर्थियों को जिन जगहों पर पेपर रटवाए गए थे उन स्थानों व आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज, वीडियो फुटेज, मोबाइल फोन, अभ्यर्थियों से लिए गए ब्लैंक चैक, शैक्षिक प्रमाण पत्र एवं लाखों की नकदी भी बरामद की। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह का कहना है कि पटवारी पेपर लीक मामले में कई जटिलताएं रहीं। एसआईटी टीम वैज्ञानिक एवं अन्य साक्ष्य संकलित करते हुए आरोपियों तक पहुंची। नकल माफिया और नकल कर सरकारी नौकरी का ख्वाब देखने वालों की जगह अब जेल है।
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