शराब की कीमतें कम कर राजस्व प्राप्ति की दिशा में सराहनीय कदमः मोर्चा

-हरियाणा-हिमाचल-चंडीगढ़ से होती है भारी मात्रा में शराब की तस्करी उत्तराखंड को
-अन्य प्रदेशों को जाने वाला राजस्व मिलेगा अपने प्रदेश को
-5000 करोड़ तक राजस्व प्राप्ति हो सकती है प्रदेश को
-नकली व मिलावटी शराब से भी मिलेगा छुटकारा

विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा देसी, विदेशी शराब की कीमतें कम कर राजस्व वृद्धि करने की दिशा में सराहनीय कदम उठाया है।नेगी ने कहा कि आलम यह है कि हरियाणा-हिमाचल-चंडीगढ़ व अन्य प्रदेशों से लगभग 40 से 50 फीसदी शराब की तस्करी अब तक प्रदेश में होती रही है तथा अन्य माध्यमों से भी शराब लोगों तक पहुंचती है। जिसका मुख्य कारण इन प्रदेशों में एक्साइज ड्यूटी कम होना यानी शराब की कीमतें कम होना है। अन्य प्रदेशों की शराब की कीमतें कम होने के लोभ में उत्तराखंड के लोग घटिया क्वालिटी नकली व मिलावटी शराब का इस्तेमाल करते रहे हैं। नेगी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में 2310 करोड रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष 2262 करोड़ रुपया राजस्व प्राप्ति हुई द्य इसी प्रकार वर्ष 2018-19 में 2650 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 2871 करोड़ रुपया प्राप्त हुआ था। इस वर्ष सरकार द्वारा लगभग ₹3600 करोड़ का लक्ष्य रखा हुआ है द्यनेगी ने कहा कि एक्साइज ड्यूटी कम कर सरकार ने एक तरह से राजस्व प्राप्ति की दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया है, जिसका परिणाम यह होगा कि प्रदेश को आने वाले समय में लगभग ₹5000 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हो सकती है।

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