उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लाक के तुनाल्का में स्थित विजया पब्लिक दृष्टि दिव्यांग आवासीय विद्यालय आर्थिक संकट से गुजर रहा है। विद्यालय के 50 नेत्र दिव्यांग छात्र स्कूल को अनुदान की मांग को लेकर बड़कोट तहसील परिसर में पिछले कुछ दिनों से धरने पर बैठे हैं। अभी तक सरकारी सिस्टम की दृष्टि इन पर नहीं गई है।
केंद्र सरकार की ओर से विजया पब्लिक दृष्टि दिव्यांग आवासीय विद्यालय के प्रत्येक छात्र को प्रतिमाह 3500 रुपये अनुदान मिलता था। इसमें उनके रहने, खाने और पढ़ाई का खर्च शमिल रहता था। अब यह अनुदान मिलना बंद हो गया है। विद्यालय की प्रबंधक विजया जोशी कहती हैं कि राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून के प्रोजेक्ट के तहत भारत सरकार से दृष्टि दिव्यांग आवासीय विद्यालय को सहयोग मिलता था। कोविड के दौरान बजट में कमी का हवाला देते हुए संस्थान ने बजट देने से मना कर दिया। कोविड के बाद राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण भारत सरकार के पोर्टल पर आवेदन करने के लिए कहा गया। परंतु इस पोर्टल में छात्रों की संख्या से लेकर अन्य मानक पहाड़ों के अनुरूप नहीं हैं। जबकि राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून चाहे तो उन्हें पहले की तरह अनुदान मिल सकता है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नौगांव ब्लाक के तुनाल्का में वर्ष 2007 से विजया जोशी दृष्टि दिव्यांग आवासीय विद्यालय संचालित करती आ रही है। जिससे सरकार से सहयोग मिलता था। 2020 में सरकार से सहयोग मिलना बंद हुआ। विजया जोशी किसी तरह से उधार लेकर दृष्टि दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई और रहने खाने की व्यवस्था कर रही है। यह विद्यालय आठवीं तक है और उत्तराखं बोर्ड से मान्यता प्राप्त है। स्कूल में छह शिक्षक हैं। वर्तमान में इस विद्यालय में 50 दृष्टि दिव्यांग बच्चे अध्ययनरत हैं। जिनमें 26 छात्र और 24 छात्राएं शामिल हैं।
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