देहरादून। स्पिक मैके के तत्वावधान में, प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित रूपक कुलकर्णी द्वारा हिंदुस्तानी बांसुरी वादन आज हिमज्योति वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एवं सेंट्रल एकेडमी फॉर स्टेट फॉरेस्ट सर्विस में आयोजित किया गया। तबले पर उनके साथ हिंडोले मजूमदार उपस्थित रहे।
अपने प्रदर्शन के दौरान, पंडित रूपक कुलकर्णी ने वृन्दावनी सारंग, मॉर्निंग राग, वैष्णव जयंतो प्रस्तुत किया और अपने भावपूर्ण प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रदर्शन को सभी उपस्थित लोगों ने व्यापक रूप से सराहा जिसने देश की उत्कृष्ट कला और संस्कृति का एक समृद्ध स्वाद प्रस्तुत किया।
पंडित रूपक कुलकर्णी को संगीत में योगदान के लिए भवन मुंबई द्वारा प्रतिष्ठित संगीत प्रकाश पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें व्याख्यान प्रदर्शन देने के लिए प्रसिद्ध ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक, लंदन द्वारा भी आमंत्रित किया गया था। 9 वर्ष की अल्पायु तक पंडित हरिप्रसाद चैरसिया ने उन्हें शिष्य के रूप में स्वीकार कर लिया था। एक अखिल भारतीय रेडियो शीर्ष ग्रेड कलाकार और आईसीसीआर द्वारा एक उत्कृष्ट ग्रेड कलाकार के रूप में सूचीबद्ध, रूपक ने भारत और विदेशों में लगभग सभी प्रतिष्ठित समारोहों में प्रदर्शन किया है। अपने सर्किट के दौरान पंडित रूपक कुलकर्णी ने डीएवी पब्लिक स्कूल और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज में भी प्रस्तुति दी। वे जॉन मार्टिन स्कूल और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में भी प्रस्तुति देंगे।