देहरादून। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय देहरादून में ’मानवतावादी एवं सतत विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। यह परिचर्चा ’विश्वविद्यालय ग्राम अभिग्रहण परियोजना’ के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसमे गोद लिए गांवों से आए लोगों ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में आए स्पेक्स संस्था के प्रमुख डाक्टर बृजमोहन शर्मा ने ग्रामीणों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाली प्रौद्योगिकी पर काम करने की सलाह दी। उन्होंने संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल पर भी जोर दिया। इस परिचर्चा में हेस्को संस्था के प्रमुख डाक्टर अनिल जोशी ने प्राकृतिक संसाधनो और वैज्ञानिक अनुसंधानों के मानवतावादी उपयोगों पर बल दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण एवं सरस्वती पूजन से हुआ। डाक्टर धीरेन्द्र सिंह गंगवार ने स्वागत भाषण में मानवतावादी एवं सतत विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका को स्पष्ट करते हुए ग्रामीण विकास को लक्षित करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के वारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर संदीप सिंह नेगी, संजय कुमार, अमित सैनी, मोनिका गुप्ता, ममता चमोली, मोहम्मद साकिब आदि उपस्थित रहे।
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