देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन विकास के लिए नई नीति बनाई जाएगी। यह नीति उद्योग विभाग से अलग होगी और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को पर्यटन विभाग की ओर से ही प्रोत्साहन दिया जाएगा। पर्यटन विभाग की ओर से शनिवार को जीएमएस रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पर्यटन की नई नीति को लेकर सुझाव लिए गए।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में नई पर्यटन नीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के 100 दिन के एजेंडे में इन नीति को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की पर्यटन नीति 2018 में बनी थी। लेकिन इस नीति में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देते हुए उद्योग विभाग से ही प्रोत्साहन देने की व्यवस्था की गई है।
लेकिन अब पर्यटन विभाग को उद्योग नीति से अलग करने की तैयारी की जा रही है। इस अवसर पर होटल कारोबारियों के साथ ही पीएचडी चौम्बर ऑफ कॉमर्स, फिक्की और इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से अपने विचार रखे गए।पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में बारामासा पर्यटन को बढ़ाया जाएगा। गर्मियों में चारधाम यात्रा तो सर्दियों में स्कीइंग के लिए लोग आएंगे। महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौतियों से पार पाकर राज्य में पर्यटन तेजी से पटरी पर आ रहा है। राज्य के पर्यटन स्थलों में एक बार फिर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं।
महाराज ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से विष्णु सर्किट, शैव सर्किट, विवेकानंद सर्किट, नरसिंह सर्किट, नवग्रह सर्किट, गोलजू सर्किट, महासू देवता सर्किट, गुरुद्वारा सर्किट, हनुमान सर्किट का तेजी से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। महाराज ने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए प्रसिद्ध उत्तराखण्ड अब साहसिक पर्यटन के शौकीन विदेशी पर्यटकों के लिए भी पसंदीदा स्थल बन रहा है।
445 total views, 2 views today