प्रधानमंत्री की सुरक्षा के रोना रोने वाले भाजपा नेता हरीश रावत की सुरक्षा पर खामोश क्योंः धीरेंद्र प्रताप

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे में घटी घटना को लेकर दहाड़े मारकर रोने और हरीश रावत की मीटिंग में एक कट्टरपंथी द्वारा चाकू लेकर घुसने की घटना पर भाजपा नेतृत्व की  जारी रहस्यमई खामोशी पर ,गहरी नाराजगी का इजहार करते हुए भाजपा नेताओं से पूछा है कि क्या यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन अनमोल है तो क्या हरीश रावत के जीवन की कोई कीमत नहीं है?
पिछले 3 दिनों में एक भी भाजपा नेता द्वारा हरीश रावत की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त ना किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि हरीश रावत का भी लंबा राजनीतिक जीवन रहा है और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र में कृषि मंत्री, श्रम मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री जैसे उच्च  पदो पर वह रह चुके हैं तो तब प्रधानमंत्री का ही तो पद एक तरह से बाकी बचा है जिस पद पर वेनहीं रहे ।तब ऐसी स्थिति में क्या हरीश रावत का कद देश के किसी भी नेता से छोटा है?
धीरेंद्र प्रताप ने कहा सोनिया गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री को इस मामले में जांच बैठाने के आदेश दिए जाने से सिद्ध हो गया कांग्रेस आलाकमान किसी भी सूरत में नरेंद्र मोदी के स्तर के किसी भी नेता के साथ गैर जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेगी और कांग्रेस शासित राज्यों में जहां भी प्रधानमंत्री या अन्य कोई भाजपा नेता जाएं या  विपक्ष के बड़े नेता जाएं तो यह कांग्रेस शासन का नैतिक दायित्व बनता है कि उनकी सुरक्षा और बेधड़क विचरण की व्यवस्था सरकार करें परंतु धीरेंद्र प्रताप ने युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से सवाल उठाया है कि क्या नैतिकता का यह तकाजा नहीं था हरीश रावत के कीमती जीवन के बारे में भी भाजपा के राज्य के दोनों शीर्ष नेता कुछ सोचते और यह कहते हैं कि उनके जीवन की रक्षा के लिए सबसे बेहतर सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। प्रताप ने इस बीच आज चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और कहा हरीश रावत, देवेंद्र यादव, प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल की चौकड़ी भाजपा के लिए भारी  पड़ेगी और 10 मार्च को आने वाले नतीजे उत्तराखंड की राजनीति से भाजपा का सूपड़ा साफ कर देंगे।