गैर बीजेपी शासित प्रदेशों में पेट्रोल डीजल की कीमतों पर खामोश है कांग्रेसः चौहान

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमतो पर हंगामा खड़ा करने वाली कांग्रेस को अब गैर भाजपा शासित प्रदेशों में दरों को लेकर भी नजर दौड़ाने की जरुरत है। इन प्रदेशो में जनता को क्यों राहत नहीं दी जा रही है। पूरे देश में वहीं राज्य उस श्रेणी में क्यों है जहां पर दरो में असमानता है। श्री चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर दी है और अब राज्यों की जिम्मेदारी है कि वैट की दर में कमी कर लोगों को राहत पहुचाये। महारास्ट्र,राजस्थान और छ्त्तीसगढ में पेट्रोल 110 रुपए तक बिक रहा है।
तमिलनाडु, केरल,आन्ध्र प्रदेश में भी पेट्रोल महंगा है। वहीं जहां बीजेपी या एनडीए की सरकार है वहां पर कांग्रेसी या गैर बीजेपी शासित प्रदेशो की तुलना में पेट्रोल 6 रुपये सस्ता तथा डीजल 9 रुपए सस्ता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने वरिष्ठ नेताओं को भी इस बारे में प्रेरित करने की जरुरत है कि वह उन राज्यों में भी महंगे डीजल और पेट्रोल ने निजात दिलाने के लिए आगे आए। तमाम तरह के विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस जब खुद की बारी आयी तो चुप्पी साध कर बैठ गई। उन्होंने कहा कि 2014 के मुकाबले देश की आर्थिक स्तिथि बेहतर है। उन्होंने कहा कि भाजपा या एनडीए शासित प्रदेशो में पहले भी लोगो को राहत देने के लिए वैट की दरो में कमी की गई थी जबकि इन दलों ने कभी ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोविड का दौर झेलने वाले पूरे विश्व ने आर्थिक तबाही का दौर देखा,लेकिन भाजपा ने देशवासियों की सुरक्षा के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया और 80 करोड़ लोगों को राशन मुहैया कराई। आज देश फिर विकास की पटरी पर लौट रहा है और विपक्ष महज मीन मेख निकालने में मशगूल हैं। कोरोना काल ने भी कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करता रहा और जनता के बीच सेवा कार्यों से दूर रहा महज विरोध के लिए राजनीति करने वाले दलों को जनता माफ़ करने के मूड में नहीं है और उसे आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।

 1,013 total views,  2 views today