धूमधाम से मना आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय का पांचवां दीक्षांत समारोह

-स्वर्ण पदक से नवाजे गए 9 होनहार, 638 डिग्रियां की गई वितरित

देहरादून। आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय में विधिवत रूप से पांचवा दीक्षांत समारोह शनिवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह एवं सम्मानित अतिथि प्रोफेसर नीलू रोहमैत्रा, आई.आई.एम सिरमौर मौजूद रहे । इस अवसर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विभिन्न विभागों के नौ होनहारों को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया जिसमें एल.एल.एम (2020-21), एम.बी.ए और एम.ए (पत्रकारिता एवं जनसंचार)के 2019-21 बैच के स्नातकोत्तर एवं बी.ए.एल.एल.बी (आनर्स), बी.बी.ए. एल.एल.बी (आनर्स) के 2016-21बैच एवंबी.बी.ए, बी.कॉम (आनर्स), बी.ए (पत्रकारिता एवं जनसंचार) और बी.ए (आनर्स) अंग्रेजी के2018-21 बैच के स्नातक छात्रों समेत कुल 638 डिग्रियां वितरित की गई।
दीक्षांत समारोह का शुभारंभ शैक्षणिक पदचाल के साथ हुआ। शैक्षणिक पदचाल में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह के सानिध्य में विश्वविद्यालय प्रशासक मंडल के चौयरमेन अमित अग्रवाल, कुलपति प्रो. गौतम सिन्हा, कुलसचिव कर्नल प्रणव कुमार, प्रशासक मंडल और अकादमिक परिषद के माननीय सदस्य सम्मलित रहे। मराठा रेजिमेंट के सैनिक बैंड की धुन पर हुई इस शैक्षणिक पदचाल ने सबका मन मोह लिया। राष्ट्र गान के बाद कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह ने दीक्षांत समारोह के विधिवत संचालन की घोषणा की। कुलपति प्रो. गौतम सिन्हा ने मुख्य अतिथि और मंचासीन महानुभावों का दीक्षांत समारोह में स्वागत किया और सभी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आईएमएस विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नित नये आयाम स्थापित कर रहा है। आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय के अध्यापकों का यह परस्पर प्रयास रहता है कि छात्रों को बेहतर सुविधायें और शिक्षा प्रदान की जाये, जिससे आप सभी उपलब्धि के सोपानों को सफलतापूर्वक प्राप्त करें। आप सभी को उपाधि प्राप्त करने के लिए हार्दिक बधाई साथ ही यह भी अपेक्षा करते हैं कि आप इस विश्वविद्यालय से अर्जित ज्ञान और संस्कारों को समाज में ले जायेंगे और अपने श्रेष्ठ लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।
कुलपति प्रो. गौतम सिन्हा ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि 21वीं सदी में भारत विश्व समुदाय के बीच मजबूत आर्थिक शक्ति और विश्व नेता बनकर उभर रहा है जिसे आप जैसे शिक्षित युवाओं के योगदान की आवश्यकता है। मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप भारतीयता को संपूर्ण विश्व में ले जायेंगे और स्वयं को अच्छे नागरिक और सफल प्रोफेशनल के रूप में स्थापित करेंगे। इस अवसर पर दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथिएवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह ने सभी डिग्री धारकों एवम स्वर्ण पदक विजेताओं को अपनी शुभकामना दी।अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा की आज का दिन आप सभी लोगो के आकादमिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण दिन है। आप लोगों के साथ साथ यह हम सबके लिए गौरवशाली क्षण है। साथ ही आज के इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं उन सभी शिक्षकों एवं माता-पिता को अपना धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ, जिन्होंने इस शैक्षिक यात्रा को सफलता पूर्वक संपन्न करने के अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह ने शारीरिक स्वास्थ्य और बौद्धिक स्वास्थ्य के आंतरिक महत्त्व को रेखांकित करते हुए छात्र छात्राओं को स्वस्थ जीवन और सफलता के सूत्र दिए। उन्होंने आगे कहा, सफलता के लिए दूसरी पूर्वावश्यकता कड़ी मेहनत है, जो अकेले आपको सफलता के शिखर पर ले जा सकती है। तीसरी चीज जो आपको सफलता के लिए चाहिए, वह है विनम्रता। आपका विनम्र दृष्टिकोण आपकी वास्तविक संपत्ति है और हर किसी का दिल जीतता है। सफलता के लिए चौथी शर्त सकारात्मक विचार है, नकारात्मक विचार आपकी ऊर्जा को क्षीण करते है । सफलता के लिए पांचवां जरूरी सूत्र है- स्वयं को तनाव मुक्त रखना। तनाव मुख्यतः तीन प्रकार के ऊर्जा को अवरुद्ध करता है-नवाचार, प्रेरणा और अंतर्ज्ञान, इन सभी के साथ, कड़ी मेहनत से सफलता मिलती है।

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