ऋषिकेश। त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य के उच्चायुक्त डा. रोजर गोपाल और उनकी पत्नी अनीता ने अपनी शादी की दसवीं वर्षगांठ पर ऋषिकेश में भारतीय वैदिक संस्कृति व रीति रिवाज से विवाह रचाया। दोनों ने भारतीय संस्कृति और संस्कारों के साथ जीवन जीने का संकल्प लिया।
रविवार को परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य के उच्चायुक्त डा. रोजर गोपाल अपनी पत्नी अनीता, बेटे एड्रियन और ब्रायन के साथ पहुंचे। डा. रोजर गोपाल व अनीता का विवाह दस वर्ष पूर्व पश्चिम विवाह पद्धति से हुआ था। भारतीय वैदिक संस्कृति से प्रभावित डा. रोजर व अनीता ने विवाह की दसवीं वर्षगांठ पर वैदिक परंपरा के अनुसार परिणय बंधन में बंधने का निर्णय लिया। रविवार को परमार्थ निकेतन गंगा तट पर दोनों का वैदिक रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया। दोनों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और भारतीय संस्कृति और संस्कारों के साथ जीवन जीने का संकल्प लिया। डा. रोजर गोपाल ने पत्नी के साथ परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया। उन्होंने सहपरिवार विश्व शांति हवन और मां गंगा की दिव्य आरती में भी सहभाग किया।